नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर में लगातार बढ़ रहे एयर क्वालिटी इंडेक्स को देखते हुए नोएडा अथॉरिटी हालात पर काबू पाने के लिए शहर के भारी यातायात वाले चौराहों पर एंटी स्मॉग गन लगा रही है. इसी क्रम में नोएडा अथॉरिटी ने सेक्टर 6 के चौराहे पर पहली एंटी स्मॉग गन को इंस्टॉल किया है. नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए 30 एन्टी स्मॉग गन बड़ी कंस्ट्रक्शन साइट्स पर भी इंस्टॉल की गई हैं. शहर में शुरुआती तौर पर 10 एन्टी स्मॉग गन इंस्टॉल की जा रही हैं.
डार्क जोन में शहर
नोएडा और ग्रेटर नोएडा शहर में पिछले 1 सप्ताह में प्रदूषण का स्तर 'डार्क जोन' में पहुंच गया. ऐसे में गंभीर श्रेणी की हवा शहरवासियों को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है. मंगलवार दिन में नोएडा और ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 पहुंच गया था. बुधवार की बात करें तो नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 340 और ग्रेटर नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 390 दर्ज किया गया है.
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10 एन्टी स्मॉग गन हुई इंस्टॉल
नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रितु माहेश्वरी ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के 10 चौराहों पर एंटी स्मॉग गन लगाई जाएंगी. लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए 10 ऐसे प्रमुख चौराहों को चिन्हित किया है, जहां पर ट्रेफिक कंजेशन रहता है. ऐसे में प्रदूषण की रोकथाम के लिए एन्टी स्मॉग गन इंस्टॉल की गई हैं. प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि जरूरत पड़ी तो और एंटी स्मॉग गन लगाई जाएंगी.
नोएडा में दर्ज AQI
नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं. जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन का AQI 384, सेक्टर 125 काम नहीं कर रहा, सेक्टर 1 का AQI 349 और सेक्टर 116 में 282 AQI दर्ज़ किया गया है. जिले की सेहत नाजुक होती जा रही है. अगर इस ओर जिला प्रशासन ध्यान नहीं देगा तो हवा पूरी तरह से प्रदूषित हो जाएगी और लोगों की समस्याएं बढ़ेंगी. लगातार बढ़ता AQI जिला प्रशासन के लिए रेड अलर्ट है.
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ग्रेटर नोएडा में दर्ज AQI
सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज़्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 325 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 455 दर्ज किया गया है.
ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक इकाइयां और कंस्ट्रक्शन साइट ज्यादा संख्या में है। ऐसे में ग्रुप के नियमों का सख्ती से पालन में उसको अथॉरिटीज को सुनिश्चित करना होगा ताकि लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण पर प्रभावी रूप से रोकथाम की जा सके.