नई दिल्ली/नूंह: हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने अनाज मंडी नूंह का निरीक्षण किया और किसानों व आढ़तियों से बात की. आफताब अहमद को किसानों ने बताया कि उनकी फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य में नहीं खरीदा जा रहा है बल्कि ओने पौने दामों पर लिया जा रहा है. आफताब अहमद ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि किसान को लूटा जा रहा है.
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की गलत नियम व अनावश्यक शर्तों के कारण केवल 24 फीसदी मेवात के किसान ही अपना बाजरा फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं. झिरका में 24, नगीना में 16, नूंह में 18, पुनहाना में 26, तावडू में 49 फ़ीसदी किसान ही अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सके हैं.
आफताब अहमद ने कहा कि धान पी आर 106 का एक दाना भी नहीं खरीदा गया है. कपास की एमएसपी 5500 रुपए है, लेकिन 4800 में खरीद हो रही है. बाजरे की एमएसपी 2150 रुपये है जबकि 1200 में खरीद हो रही है. विधायक आफताब अहमद ने कहा कि कृषि कानून के आने के बाद किसानों की फसल लूटी जा रही है. सरकार किसान का खून चूस रही है.
आज मंडी में सरकार ऐसे लूट मचा रही है, तो तीन काले कानून के बाद तो हालात बद से बदतर हो रहे हैं. इसलिए किसान मजदूर के हकों के लिए राहुल गांधी व भूपेंद्र सिंह हुड्डा जैसे बड़े नेता लड़ाई लड़ रहे हैं. चौधरी आफताब ने कहा कि कभी किसान इंटरनेट की कमी के कारण रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाता तो, कभी उसे मैसेज मिलता तो कभी खेत के कागज पूरे ना होने को लेकर परेशान किया जा रहा है.
आफताब ने बीजेपी-जेजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग किसान की आय दोगुनी करने का नारा देते थे, लेकिन किसानों की फसल मंडी में पिट रही है तो ऐसे कैसे आय दोगुनी होगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसान विरोधी है और मेवात विरोधी भी है ना किसान को समय पर पानी देती है, ना वक्त पर उसकी फसल खरीदती है और ना ही उसे न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम किसानों का उनका हक दिलाकर ही रहेंगे. किसानों को ऐसे लूटने या बर्बाद नहीं होने देंगे.