नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को भारत में बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त मोहम्मद नूरल इस्लाम को तलब किया और भारत के संबंध में बांग्लादेशी अधिकारियों द्वारा लगातार नकारात्मक टिप्पणियों पर चिंता व्यक्त की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक आधिकारिक बयान में कहा, 'भारत में बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त मोहम्मद नूरल इस्लाम को विदेश मंत्रालय ने तलब किया. यह बताया गया कि भारत बांग्लादेश के साथ सकारात्मक, रचनात्मक और पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध चाहता है. इसे हाल की उच्च स्तरीय बैठकों में कई बार दोहराया गया.
Our response to media queries on summoning of Bangladesh Acting High Commissioner⬇️
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) February 7, 2025
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हालांकि, यह खेदजनक है कि बांग्लादेश के अधिकारियों द्वारा दिए गए नियमित बयानों में भारत को नकारात्मक रूप से चित्रित किया जा रहा है. इसमें आंतरिक शासन संबंधी मुद्दों के लिए हमें जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. बांग्लादेश के ये बयान वास्तव में लगातार नकारात्मकता के लिए जिम्मेदार हैं.' जायसवाल ने यह भी कहा, 'पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के लिए जिम्मेदार टिप्पणियां उनकी व्यक्तिगत क्षमता में की गई हैं, जिसमें भारत की कोई भूमिका नहीं है.
इसे भारत सरकार की स्थिति के साथ मिला देने से द्विपक्षीय संबंधों में सकारात्मकता नहीं आएगी. जबकि भारत सरकार पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंधों के लिए प्रयास करेगी, हम उम्मीद करते हैं कि बांग्लादेश भी माहौल को खराब किए बिना इसी तरह का जवाब देगा.'
बांग्लादेश ने गुरुवार को अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा की गई टिप्पणियों, खासकर उनके पिता शेख मुजीबुर रहमान के घर में हाल ही में हुई कथित तोड़फोड़ के बारे में भारत के समक्ष औपचारिक रूप से 'कड़ा विरोध' दर्ज कराया. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने हसीना के बयानों की आलोचना करते हुए उन्हें 'झूठा और मनगढ़ंत' बताया और भारत में निर्वासन के दौरान उनकी गतिविधियों को 'शत्रुतापूर्ण कृत्य' बताया.
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा बांग्लादेश में अस्थिरता भड़काने के लिए सोशल मीडिया सहित विभिन्न प्लेटफार्मों पर लगातार की जा रही झूठी और मनगढ़ंत टिप्पणियों और बयानों पर भारत सरकार के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है. मंत्रालय द्वारा फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक पोस्ट में कहा गया, 'ढाका में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त को सौंपे गए विरोध पत्र के माध्यम से मंत्रालय ने बांग्लादेश सरकार की गहरी चिंता, निराशा और गंभीर आपत्ति से अवगत कराया है, क्योंकि इस तरह के बयानों से बांग्लादेश के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंच रही है.'
मंत्रालय ने आगे कहा, 'उनकी ऐसी गतिविधियों को बांग्लादेश के प्रति शत्रुतापूर्ण कृत्य माना जाता है. यह दोनों देशों के बीच स्वस्थ संबंध स्थापित करने के प्रयासों के लिए अनुकूल नहीं है.' बांग्लादेश ने भारत से हसीना को आगे बयान देने से रोकने का आग्रह किया है. इसके लिए उसने दोनों देशों के बीच आपसी सम्मान और ऐतिहासिक संबंधों के महत्व का हवाला दिया है. इस बीच, बांग्लादेश में हसीना और उनकी अवामी लीग पार्टी से जुड़ी संपत्तियों को निशाना बनाकर बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी की घटनाएं जारी हैं.