नई दिल्ली/गुरुग्राम: शराब की कालाबाजारी रोकने और इस महामारी के समय में हरियाणा पर्यटन निगम को घाटे से उबारने के उद्देश्य से प्रदेश में शराब के ठेके पर्यटन निगम को अलॉट करने का काम चल रहा है. पर्यटन निगम ने अपने आउटलेट्स पर शराब की दुकानें खोलने की अनुमति एक्साइज विभाग से मांगी थी, जिसको अब मंजूरी भी दे दी गई है.
दिल्ली की तर्ज पर हरियाणा करना चाहता है प्रयोग
हरियाणा सरकार दिल्ली की तर्ज पर ये प्रयोग आजमाना चाहती है कि पर्यटन विभाग के आउटलेट पर सरकारी शराब के ठेके खोले जाएं और पर्यटन विभाग के कर्मचारियों से ही शराब को दिखाया जाए. इन शराब की दुकानों से शराब खरीदने वाले को प्रत्येक शराब की बोतल की रसीद भी देने का प्रावधान किया गया है, ताकि भविष्य में शराब की कालाबाजारी या मूल्यों में अंतर पर लगाम लगाई जा सके.
हरियाणा पर्यटन निगम ने गुरुग्राम में 5 शराब के ठेके खोलने की शुरुआत कर दी है. साथ ही शराब की बिक्री के लिए निगम ने टैगलाइन भी जारी की है. 'शुद्धता और गुणवत्ता का विश्वास हरियाणा पर्यटन निगम के साथ'
दिल्ली से सटे गुरुग्राम से शुरुआत
हरियाणा पर्यटन निगम ने फिलहाल गुरुग्राम के तीन जोन में से दो-दो शराब की दुकानें खोली हैं. पर्यटन निगम का इन शराब ठेकों को खोलने के पीछे विशुद्ध रूप से लाभ अर्जित करना है. गुरुग्राम का प्रयोग अगर सफल रहता है तो इसको पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा. हरियाणा सरकार ने हाल ही में अपनी नई आबकारी पॉलिसी घोषित की है. करीब साढ़े सात हजार करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का लक्ष्य हरियाणा सरकार ने निर्धारित किया हुआ है.