नई दिल्ली/नूंह: जिले में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जिला सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पृथला के विधायक नयनपाल रावत ने शिरकत की. इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करनी वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुग्राम में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के अन्य जिलों में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया.
महिला विकास की दिशा में काम
इस कार्यक्रम के दौरान विधायक नयनपाल रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार ने महिलाओं के चहुमुखी विकास और महिलाओं के मान-सम्मान को बढ़ाने, सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेकों सराहनीय काम किए हैं. महिलाओं के लिए योजनाएं लागू की हैं. जिससे प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल सके.
उन्होंने कहा कि महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 20 किलोमीटर की दूरी पर महिला कॉलेज खोलने का काम किया है. ताकि कोई भी छात्र उच्च शिक्षा से वंचित न रहे. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश को केरोसीन मुक्त कर उज्जवल योजना के तहत हर घर में गैस पहुंचाने का कार्य किया है. जिससे महिला धुंए से मुक्ति मिली है.
एक बेटी से होते हैं तीन परिवार शिक्षित
महिला सुरक्षा को लेकर प्रदेश में 34 महिला थाने खोलने का काम किया है. ताकि महिला संकट के समय अपनी बात खुल कर रख सकें. दुर्गा शक्ति एप महिला सुरक्षा के लिए कारगर कदम है. जिससे महिलाओं को हर समय सुरक्षा मुहैया होती है. अंतरराष्ट्री महिला दिवस पर सभी को हार्दिक बधाई और धन्यवाद देते हुए कहा कि यदि महिलाएं शिक्षित होती हैं तो 3 परिवार शिक्षित हो सकते हैं. इसलिए अपनी बेटियों को अवश्य पढ़ाएं.
उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी-पढ़ाओ के कार्यक्रम में की शुरुआत हरियाणा प्रदेश के पानीपत जिले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. इस कार्यक्रम को प्रदेश सरकार ने तेजी से आगे बढ़ाया है जिससे महिला शिक्षा के साथ दो महिलाओं के लिंग अनुपात में भी सुधार हुआ है. नयनपाल रावत विधायक ने कहा कि राज्य स्तरीय कार्यक्रम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पोषण पखवाड़े का शुभारंभ किया है.
22 मार्च तक चलेगा पोषण पखवाड़ा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर गुरुग्राम से 22 मार्च तक चलने वाले पोषण पखवाड़ा का शुभारंभ करते हुए शपथ दिलाई और कहा कि इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को कुपोषण और अनीमिया से बचाना है. इस पखवाड़े के अंतर्गत गांव-गांव में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर महिलाओं को जागरुक किया जाएगा. इस दौरान महिलाओं को पौष्टिक खानपान के प्रति जागरुक किया जाएगा.