नई दिल्ली/गुरुग्राम: राजस्थान सरकार में कांग्रेस पार्टी की ओर से सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त किए जाने को लेकर सोहना में गुर्जर समाज ने राज्यों के लोगों से महापंचायत करने का ऐलान किया था. ये महापंचायत सचिन पायलट के समर्थन में होनी थी जो फिलहाल कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई है. इस बात की जानकारी महापंचायत के आयोजक एडवोकेट हेमराज खटाना ने दी.
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनके पास सचिन पायलट का फोन आया था. पायलट ने कहा कि कोरोना महामारी का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में महापंचायत करना उचित नहीं होगा. पायलट के फोन के बाद उन्होंने महापंचायत ना करने का फैसला लिया है.
खटाना ने बताया कि अबकी बार महापंचायत नहीं बल्कि एक किसान सम्मेलन किया जाएगा. जिसमें कई राज्यों के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा. इस सम्मेलन में सिर्फ गुर्जर ही नहीं, बल्कि 36 बिरादरी के लोगों को बुलाया जाएगा. क्योंकि सचिन पायलट एक ही नहीं बल्कि 36 बिरादरी के चहेते नेता हैं. हालांकि अभी तक किसान सम्मेलन का कोई स्थान और समय निर्धारित नहीं किया गया है.
बता दें कि, इस समय सरकार बचाने को लेकर राजस्थान में सियासी घमासान चल रहा है. राजस्थान कांग्रेस में फूट पड़ गई है. राजस्थान के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों दो धड़ो में बंट गए हैं. सीएम अशोक गहलोत और उनके समर्थित विधायकों ने पायलट और उनके समर्थक मंत्रियों को पद से हटा दिया है. जिसके बाद गुर्जर समाज के नेता पायलट के समर्थन में आ गए हैं.