नई दिल्ली/नूंह: हरियाणा का नूंह जिला सीबीनेट मशीन की मदद से कोरोना टेस्ट करने में सबसे आगे है. टीबी के गंभीर मरीजों के सैंपल लेने के लिए करीब 10 वर्ष पहले नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में लगाई गई सीबी नेट नाम की मशीन काफी महंगी है.
अब इस मशीन से कोरोना के टेस्ट किए जाने लगेंगे. सरकार ने ये मशीन सबसे ज्यादा टीबी रोगी मेवात में होने की वजह से उनके इलाज के लिए अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा को दी थी, लेकिन किसी कारण इसे उस समय नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया था.
कुछ सालों से ये मशीन तकनीकी कारणों से काम नहीं कर पा रही थी, लेकिन अब कोरोना काल में इसको ठीक कराकर कोरोना के मरीजों के सैंपल लेकर तेजी से जांच के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
ध्यान रहे कि इस मशीन से सिर्फ उन्हीं लोगों का सैंपल लिया जा रहा है जो अस्पताल की स्थिति में होते हैं. जैसे ऑपरेशन से पहले किसी गर्भवती महिला या फिर जेल में बंद के सैंपल इसलिए लिए जाते हैं ताकि तकरीबन 1 घंटे में नतीजा उसके सामने हो सके.
कुल मिलाकर कोरोना सैंपल के पीजीआई रोहतक या फिर गुरुग्राम के निजी लैब में भेजे जाने की वजह से जो रिपोर्ट तकरीबन 72 घंटे बाद आती थी. अब उसमें तेजी देखने को मिलेगी.
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार ने पत्रकारों को बताया कि सीबी नेट मशीन से एक घंटा में सैंपल की रिपोर्ट सामने आ जाती है. कोविड-19 से तेजी से निपटने के लिए इस मशीन से सैंपल लेना शुरू कर दिया है. अब ये मशीन ना केवल टीवी के गंभीर मरीजों का सैंपल लेकर उसकी रिपोर्ट देगी बल्कि कोरोना टेस्ट की भी इससे संभव हो सकेगा.