नई दिल्ली/गाजियाबादः लाॅकडाउन के पहले चरण के बाद अब तीसरे चरण में ऑटो रिक्शा चालक और ई-रिक्शा चालकों के हालात काफी खराब होते जा रहे हैं. उनका कहना है कि पहले लॉकडाउन में तो जैसे-तैसे करके अपना गुजारा कर लिया, लेकिन अब तीसरे लॉकडाउन में उनको पेट भरने के लाले पड़ गए हैं. ऑटो रिक्शा चालक और ई-रिक्शा चालकों से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
ईटीवी भारत को ऑटो चालक नईम ने बताया कि सड़कों पर ऑटो न चलने के कारण उनका खाना कमाना बंद हो गया है. हमारे पास पैसे ना होने के कारण हमारे बच्चे भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि लॉकडॉन के पहले चरण में तो उन्होंने किसी से पैसे उधार लेकर अपना गुजारा कर लिया था, लेकिन अब लाॅकडाउन आगे बढ़ने के कारण उनके हालात खराब हो गए हैं.
भुखमरी की कगार पर पहुंचे बच्चे
ईटीवी भारत को ई रिक्शा चालक मोहसिन ने बताया कि लाॅकडाउन के कारण ना ही उनके पास पैसे हैं और ना उनके घर में खाने के लिए राशन है. अगर वह अपना रिक्शा लेकर सड़क पर जाते भी हैं तो पुलिस की मार पड़ती है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वह ई-रिक्शा किराए पर लेकर चलाते हैं. जिसकी वजह से मालिक को प्रतिदिन किराया चुकाना पड़ता है.