नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में महज 10 मिनट की बारिश ने नगर निगम के तमाम दावों की पोल खोल दी है. मानसून से पहले निगम ने ये दावा किया था कि इस साल उसने शहर के कई नालों की सफाई पर लगभग ढाई करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
![Water logging reported from Ghaziabad after light raining](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/del-ncr-gzb-01-waterlogginginfrontofnagarnigam-vis-7203412_15072019174022_1507f_1563192622_640.jpg)
नगर निगम ने दिया तर्क
'नालों की कराई गई है सफाई'
दिनेश चंद ने कहा कि मॉनसून से पहले शहर के सभी नालों की सफाई कराई गई है. उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है इस साल मॉनसून में गाजियाबाद नगर निगम के किसी भी इलाके में जलभराव की समस्या नहीं होगी.
दावों की खुली पोल
बता दें कि मॉनसून से पहले गाजियाबाद नगर निगम ने ये दावा किया था कि इस साल अत्याधुनिक मशीनों से शहर के नालों की सफाई की गई है. दावा था कि ड्रेनेज सुविधा में भी विस्तार किया गया है, लेकिन मॉनसून की पहली बारिश ने ही गाजियाबाद नगर निगम के तमाम दावों की पोल खोल दी. जलभराव की वजह से लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.