नई दिल्ली/गाजियाबाद: हाथरस में हुई हैवानियत के बाद कई दिन तक पीड़िता का अस्पताल में इलाज चला. अंत में मौत जिंदगी पर हावी हो गई और पीड़िता ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. पीड़िता की मौत के बाद देश भर में गुस्से का माहौल बना हुआ है. जगह-जगह महिलाओं के प्रति लगातार बढ़ रही हैवानियत की घटनाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं.
योगी सरकार कानून व्यवस्था को संभालने में विफल
आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष छवि यादव ने कहा कि हाथरस की पीड़िता की चिता की आग शांत भी नहीं हुई थी, इस बीच उत्तर प्रदेश के अन्य जिले से एक बेटी के साथ हुई हैवानियत की खबर सामने आती है. उत्तर प्रदेश में अपराधी पूरी तरह से बेखौफ है. योगी सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था को संभालने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है. प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, इसलिए आए दिन महिलाओं के साथ हैवानियत की घटनाएं सामने आ रही हैं. आज उत्तर प्रदेश महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में पहले स्थान पर है.
महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाया जाए सख्त कानून
समाज सेविका डॉ. सपना बंसल ने कहा कि एक तरफ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया जा रहा है. जब बेटियां सुरक्षित ही नहीं रहेंगी तो पढ़ेंगी कैसे. महिलाओं की सुरक्षा के लिए आज एक सख्त कानून की आवयश्कता है. जिस तरह कई देशों में बलात्कारियों को सरेआम फांसी लगा दी जाती है. अगर इसी तरह सख्त कानून हमारे देश में भी बनता है, तो आने वाले समय में किसी भी महिला के साथ हैवानियत तो दूर इसके बारे में सोचने की कोई हिम्मत तक नहीं कर पाएगा. हाथरस की पीड़िता के परिवार को आर्थिक सहायता, नौकरी तो दे दी गई है. लेकिन पीड़िता के माता-पिता का क्या इससे अपनी पीड़ा भूल पाएंगे.