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किसानों को नहीं करना पड़ेगा गर्म रोटियों का इंतजार, लगाई गई रोटी बनाने वाली मशीन - गाजियाबाद बॉर्डर किसानों के लिए गर्म रोटी

यूपी की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों को अब गर्म रोटी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. किसानों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए एक संस्था ने यहां पर रोटी बनाने की मशीन लगा दी है.

Farmers will not have to wait for rotis in ghaziabad
रोटी
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Published : Dec 9, 2020, 11:37 AM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद, दिल्ली और यूपी की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों को अब गर्म रोटी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. किसानों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए एक संस्था ने यहां पर रोटी बनाने की मशीन लगा दी है. इस मशीन से 1 घंटे में 1000 रोटियां बनाई जा सकती हैं. बीते दिनों के मुकाबले यूपी गेट पर आज किसानों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला है.

किसानों को नहीं करना पड़ेगा गर्म रोटियों का इंतजार



ठंडी रोटी और इंतजार से मुक्ति

इससे पहले किसानों को कई बार ठंडी रोटी खानी पड़ रही थी. क्योंकि या तो रोटियां बाहर से मंगवाई जा रही थी या फिर कारीगरों द्वारा उसे बनाने में काफी टाइम लग रहा था, लेकिन इस मशीन की वजह से अब किसानों को गर्म रोटी के लिए इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा.


बढ़ाई जा सकती है मशीनों की संख्या

माना जा रहा है कि आंदोलन अगर लंबा खींचता है और किसानों की संख्या में और इजाफा होता है तो, मशीनों की संख्या भी यहां बढ़ाई जा सकती है. कुल मिलाकर किसानों के लिए राशन पानी की अच्छी खासी व्यवस्था है. पहले ही किसान चेतावनी दे चुके हैं कि अगर निष्कर्ष नहीं निकला तो, 26 जनवरी यहीं मनाएंगे.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद, दिल्ली और यूपी की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों को अब गर्म रोटी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. किसानों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए एक संस्था ने यहां पर रोटी बनाने की मशीन लगा दी है. इस मशीन से 1 घंटे में 1000 रोटियां बनाई जा सकती हैं. बीते दिनों के मुकाबले यूपी गेट पर आज किसानों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला है.

किसानों को नहीं करना पड़ेगा गर्म रोटियों का इंतजार



ठंडी रोटी और इंतजार से मुक्ति

इससे पहले किसानों को कई बार ठंडी रोटी खानी पड़ रही थी. क्योंकि या तो रोटियां बाहर से मंगवाई जा रही थी या फिर कारीगरों द्वारा उसे बनाने में काफी टाइम लग रहा था, लेकिन इस मशीन की वजह से अब किसानों को गर्म रोटी के लिए इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा.


बढ़ाई जा सकती है मशीनों की संख्या

माना जा रहा है कि आंदोलन अगर लंबा खींचता है और किसानों की संख्या में और इजाफा होता है तो, मशीनों की संख्या भी यहां बढ़ाई जा सकती है. कुल मिलाकर किसानों के लिए राशन पानी की अच्छी खासी व्यवस्था है. पहले ही किसान चेतावनी दे चुके हैं कि अगर निष्कर्ष नहीं निकला तो, 26 जनवरी यहीं मनाएंगे.

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