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ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का क़हर बरक़रार, ख़राब श्रेणी में आया प्रदूषण स्तर

ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हवा में घुल रहे ज़हर से ग़ाज़ियाबाद की सेहत बिगड़ रही है. हवा में घुल रहे ज़हर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को ग़ाज़ियाबाद का प्रदूषण स्तर ख़राब श्रेणी में दर्ज किया गया है.

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Published : Apr 11, 2022, 12:09 PM IST

नई दिल्ली/ग़ाज़ियाबाद : ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हवा में घुल रहे ज़हर से ग़ाज़ियाबाद की सेहत बिगड़ रही है. हवा में घुल रहे ज़हर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को ग़ाज़ियाबाद का प्रदूषण स्तर ख़राब श्रेणी में दर्ज किया गया है.


केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक ग़ाज़ियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 226 है. मौजूदा समय में ग़ाज़ियाबाद का AQI खराब श्रेणी में बरकरार है. ग़ाज़ियाबाद के संजय नगर इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स ज़िले में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 238 दर्ज किया गया है.

Pollution wreaks havoc in Ghaziabad pollution level in poor category
ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का क़हर बरक़रार, ख़राब श्रेणी में आया प्रदूषण स्तर

ग़ाज़ियाबाद के प्रमुख इलाकों में प्रदूषण स्तर पर एक नज़र

इंदिरापुरम 233
वसुंधरा 207
संजय नगर 238



एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'ख़राब', 301-400 को 'अत्यंत ख़राब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.



विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओज़ोन, सल्फर डाईऑक्साइड, नाइट्रिस ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड और कार्बन डाईऑक्साइड. ये सारी गैसें सांस की नली में सूजन व एलर्जी पैदा करते हैं और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.



बुजुर्ग और बच्चे बरतें ख़ास सावधानी

• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह-शाम न टहलें

• घर से मास्क लगाकर ही बाहर निकलें

• दमा रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें

• दमा रोगी दवा नियमित समय पर लें

• शाम को गर्म पानी की भाप लें

● गले में ख़राश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें

नई दिल्ली/ग़ाज़ियाबाद : ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हवा में घुल रहे ज़हर से ग़ाज़ियाबाद की सेहत बिगड़ रही है. हवा में घुल रहे ज़हर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को ग़ाज़ियाबाद का प्रदूषण स्तर ख़राब श्रेणी में दर्ज किया गया है.


केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक ग़ाज़ियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 226 है. मौजूदा समय में ग़ाज़ियाबाद का AQI खराब श्रेणी में बरकरार है. ग़ाज़ियाबाद के संजय नगर इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स ज़िले में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 238 दर्ज किया गया है.

Pollution wreaks havoc in Ghaziabad pollution level in poor category
ग़ाज़ियाबाद में प्रदूषण का क़हर बरक़रार, ख़राब श्रेणी में आया प्रदूषण स्तर

ग़ाज़ियाबाद के प्रमुख इलाकों में प्रदूषण स्तर पर एक नज़र

इंदिरापुरम 233
वसुंधरा 207
संजय नगर 238



एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'ख़राब', 301-400 को 'अत्यंत ख़राब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.



विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओज़ोन, सल्फर डाईऑक्साइड, नाइट्रिस ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड और कार्बन डाईऑक्साइड. ये सारी गैसें सांस की नली में सूजन व एलर्जी पैदा करते हैं और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.



बुजुर्ग और बच्चे बरतें ख़ास सावधानी

• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह-शाम न टहलें

• घर से मास्क लगाकर ही बाहर निकलें

• दमा रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें

• दमा रोगी दवा नियमित समय पर लें

• शाम को गर्म पानी की भाप लें

● गले में ख़राश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें

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