नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदूषण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन द्वारा तमाम कवायद की जा रही है, लेकिन प्रदूषण स्तर में कुछ खासा गिरावट देखने को नहीं मिल रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मानें तो आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 'अत्यंत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया है, जो कि 317 है. गाजियाबाद के वसुंधरा का एयर क्वालिटी 335 दर्ज किया गया है.
एक नजर गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर-
इलाका | प्रदूषण स्तर |
इंदिरापुरम | 324 |
वसुंधरा | 335 |
संजय नगर | 292 |
लोनी | NA |
बता दें, एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
बरतें सावधानी-
० बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
० घर से मास्क लगाकर ही बाहर जाएं.
० दमे रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
० दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.
० शाम को गर्म पानी की भाप लें.
० गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.
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