नई दिल्ली/गाजियाबाद: अगर मॉब लिंचिंग की बात करें तो गाजियाबाद की जनता अब इस मामले में समझदार नजर आ रही है. जनता मॉब लिंचिंग की जगह कानून पर भरोसा रखती है. एक ऐसा ही मामला गाजियाबाद के मोदीनगर से सामने आया है. मोदीनगर की बीजेपी विधायक मंजू सिवाच ने लोगों की इस समझदारी की प्रशंसा भी की.
जनता ने बरता संयम
दरअसल मोदीनगर से एक मामला सामने आया था. एक युवक पर रोड पर चलती हुई युवती से छेड़छाड़ का आरोप था. युवती ने शोर मचाया तो भीड़ के डर से युवक नाले में कूद गया. लेकिन भीड़ में कुछ लोगों ने नाले में कूद कर उसकी जान बचाई और उसे पुलिस के हवाले किया. कुछ लोग गुस्से में आए तो भीड़ में लोगों ने एक दूसरे को समझाया कि आरोपी की पिटाई करना ठीक नहीं है. उसे पुलिस के हवाले करना ही ठीक रहेगा.
पहले मॉब लिंचिंग के कई शिकार बने
अगर देखा जाए तो आम तौर पर ऐसे मामलों में लोग आपा खो देते हैं और मॉब लिंचिंग का सहारा ले लेते हैं. जब भीड़ पीटने पर आती है तो कई बार ऐसे आरोपियों की जान तक जाने के मामले देश में सामने आए हैं. कई बार तो निर्दोष भी इस मॉब लिंचिंग का शिकार बन जाते हैं. लेकिन इस मामले में मोदीनगर की जनता के संयम की हर जगह तारीफ हो रही है. लोगों का कहना था कि युवक पर लगे आरोप में पुलिस जांच करे और उसे जल्द सजा मिले.
मोदीनगर की विधायक करेंगी प्रोत्साहित
मोदीनगर की बीजेपी विधायक मंजू सिवाच ने इस मामले में भीड़ के संयम की काफी तारीफ करते हुए कहा है कि कानून पर विश्वास करने और पुलिस की मदद करने वाले लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब जनता समझदार हो गई है और वे मॉब लिंचिंग में विश्वास नहीं रखती, बल्कि कानून में विश्वास रखती है.