नई दिल्ली/गाजियाबाद: लाॅकडाउन में फंसे मजदूरों की मुरादनगर मजदूर यूनियन कच्चे-पक्के राशन और पैसों के साथ-साथ गर्भवती मजदूर महिलाओं के ऑपरेशन करके उनकी मदद कर रही है. लाॅकडाउन के प्रथम चरण के बाद अब दूसरा चरण 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है, ऐसे में मजदूरों को पहले लाॅकडाउन के दौरान भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है और अब दूसरे लाॅकडाउन को लेकर मुरादनगर के मजदूरों के हालात को जानने के लिए ईटीवी भारत ने मुरादनगर मजदूर यूनियन के अध्यक्ष निजाम चौधरी से खास बातचीत की.
मुरादनगर मजदूर यूनियन के अध्यक्ष निजाम चौधरी ने बताया कि 'मुरादनगर में लगभग 400 से 500 पावर लूम फैक्ट्रियां हैं जिसमें 6000 के करीब मजदूर काम करते हैं जिसमें तकरीबन 60 प्रतिशत मजदूर पंजाब, बिहार, हरियाणा, राजस्थान बाकी अन्य जगह से है. इसीलिए लाॅकडाउन में सबसे ज्यादा दिक्कत बाहर के मजदूरों को हो रही है'.
मुरादनगर मजदूर यूनियन कर रही है मदद
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अचानक किए गए लाॅकडाउन की वजह से मजदूर अपने घर नहीं जा पाए और यहां पर फंस गए हैं. मुरादनगर मजदूर यूनियन ने लाॅकडाउन के बाद से ही मुरादनगर में फंसे हुए मजदूरों को कच्चा और पक्का राशन के साथ-साथ पैसों से भी उनकी आर्थिक मदद कर रही है लेकिन अब लाॅकडाउन के बढ़ने के बाद से मजदूरों की समस्याएं और बढ़ जाएंगी. इन मजदूरों की समस्याओं को हल करने के लिए उन्हें मुरादनगर थानाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह ने भी सहयोग करने के लिए कहा है.