नई दिल्ली/गाजियाबाद : मुस्लिम समुदाय के प्रमुख त्योहार ईद-उल-फितर पर एक बार फिर कोरोना वायरस का साया मंडरा रहा है क्योंकि उत्तर प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू के चलते इस प्रमुख त्योहार की रौनक नदारद हो चुकी है, जिससे बच्चों और बड़ों के चेहरे मुरझाए हुए हैं.
इस बार फिर कोरोना महामारी की वजह से ईद के आसपास गुलजार रहने वाले बाजार वीरान पड़े हैं. तो वहीं दूसरी ओर जमीयत उलेमा ए हिंद ने भी इस बार महामारी को देखते हुए सादगी से अपने घरों में ही ईद मनाने की अपील की है.
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ईद-उल-फितर के त्योहार को लेकर जमीयत उलेमा ए हिंद के मोदीनगर खजांची मौलाना रिजवान ने मुस्लिम समुदाय से अनावश्यक खरीददारी नहीं करके सादगी से त्योहार मनाने की अपील की है.
'गरीब, असहायों की करें मदद'
मौलाना रिजवान ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते देश के मौजूदा हालात ठीक नहीं है. ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने घरों में रहकर कोरोना से जंग लडे़. इस लड़ाई में हर किसी को योगदान देना चाहिए. इसीलिए ईद के त्यौहार पर फिजूल खरीदारी नहीं करें. इस कोरोना काल में लोग आर्थिक रूप परेशान हैं. ऐसे में हम अपने आसपास के गरीब लोगों, रिश्तेदारों और असहायों की सहायता करने में पैसे खर्च करें.
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