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IMT कॉलेज जमीन घोटाला: MP के सीएम कमलनाथ की बढ़ी मुश्किलें - Sahibabad

इस जमीन पर कॉलेज का छात्रावास और खेल सुविधाएं विकसित करने थे. लेकिन, आईएमटी प्रबंधन द्वारा इस जमीन पर धोखे से आईएमटी कॉलेज का निर्माण किया गया.

IMT कॉलेज जमीन घोटाला मामला
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Published : May 17, 2019, 9:53 PM IST

Updated : May 17, 2019, 10:19 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: आईएमटी कॉलेज जमीन घोटाले मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ गई हैं. आपको बता दें कि आईएमटी कॉलेज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का है.

आपको बता दें कि वार्ड 84 के पार्षद राजेंद्र त्यागी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मार्च में आईएमटी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ शिकायत की थी. जिस जमीन पर आईएमटी बना है, उसे वर्ष 1968 में गाजियाबाद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने 54 हजार 49 वर्ग गज भूमि लाजपत राय स्मारक महाविद्यालय सोसायटी साहिबाबाद को रियायती दर पर आवंटित की थी.

दरअसल इस जमीन पर कॉलेज का छात्रावास और खेल सुविधाएं विकसित करने थे. लेकिन, आईएमटी प्रबंधन द्वारा इस जमीन पर धोखे से आईएमटी कॉलेज का निर्माण किया गया. इतना ही नहीं छात्रों से फीस के एवज में लाखों रुपये वसूले जा रहे हैं. जो सरासर लीज के नियमों का उल्लंघन है.

IMT कॉलेज जमीन घोटाला मामला

निरस्त होगा आईएमटी का नक्शा
इतना ही नहीं आईएमटी कॉलेज प्रबंधन पर यह भी आरोप है कि अधिकारियों की मिलीभगत से गैरकानूनी तरीके से नक्शा पास कराकर बिना आवंटन के राजनगर इलाके में हाई राइज हॉस्टल का निर्माण कराया गया है. जबकि नियमों के मुताबिक राजनगर इलाके में हाई राइज बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया जा सकता. इस संबंध में जब जीडीए के अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और बहुत जल्द जमीन समेत आईएमटी का नक्शा निरस्त किया जाएगा.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: आईएमटी कॉलेज जमीन घोटाले मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ गई हैं. आपको बता दें कि आईएमटी कॉलेज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का है.

आपको बता दें कि वार्ड 84 के पार्षद राजेंद्र त्यागी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मार्च में आईएमटी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ शिकायत की थी. जिस जमीन पर आईएमटी बना है, उसे वर्ष 1968 में गाजियाबाद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने 54 हजार 49 वर्ग गज भूमि लाजपत राय स्मारक महाविद्यालय सोसायटी साहिबाबाद को रियायती दर पर आवंटित की थी.

दरअसल इस जमीन पर कॉलेज का छात्रावास और खेल सुविधाएं विकसित करने थे. लेकिन, आईएमटी प्रबंधन द्वारा इस जमीन पर धोखे से आईएमटी कॉलेज का निर्माण किया गया. इतना ही नहीं छात्रों से फीस के एवज में लाखों रुपये वसूले जा रहे हैं. जो सरासर लीज के नियमों का उल्लंघन है.

IMT कॉलेज जमीन घोटाला मामला

निरस्त होगा आईएमटी का नक्शा
इतना ही नहीं आईएमटी कॉलेज प्रबंधन पर यह भी आरोप है कि अधिकारियों की मिलीभगत से गैरकानूनी तरीके से नक्शा पास कराकर बिना आवंटन के राजनगर इलाके में हाई राइज हॉस्टल का निर्माण कराया गया है. जबकि नियमों के मुताबिक राजनगर इलाके में हाई राइज बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया जा सकता. इस संबंध में जब जीडीए के अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और बहुत जल्द जमीन समेत आईएमटी का नक्शा निरस्त किया जाएगा.

Intro:गाजियाबाद : आईएमटी कॉलेज जमीन घोटाले मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ गई हैं. आपको बता दें कि आईएमटी कॉलेज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का है.


Body:आपको बता दें कि वार्ड 84 के पार्षद राजेंद्र त्यागी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मार्च में आईएमटी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ शिकायत की थी. कि जिस जमीन पर आईएमटी बना है उसे वर्ष 1968 में गाजियाबाद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने 54 हज़ार 49 वर्ग गज भूमि लाजपत राय स्मारक महाविद्यालय सोसायटी साहिबाबाद को रियायती दर पर आवंटित की थी. इस जमीन पर कॉलेज का छात्रावास और खेल सुविधाएं विकसित करने थे. लेकिन आईएमटी प्रबंधन द्वारा इस जमीन पर धोखे से आईएमटी कॉलेज का निर्माण किया गया. इतना ही नहीं छात्रों से फीस के एवज में लाखों रुपए वसूले जा रहे हैं. जो सरासर लीज के नियमों का उल्लंघन है.


Conclusion:इतना ही नहीं आईएमटी कॉलेज प्रबंधन पर यह भी आरोप है कि अधिकारियों की मिलीभगत से गैरकानूनी तरीके से नक्शा पास करा कर बिना आवंटन के राजनगर इलाके में हाई राइज हॉस्टल का निर्माण कराया गया है. जबकि नियमों के मुताबिक राजनगर इलाके में हाई राइज बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया जा सकता. इस संबंध में जब जीडीए के अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और बहुत जल्द जमीन समेत आईएमटी का नक्शा निरस्त किया जाएगा.
Last Updated : May 17, 2019, 10:19 PM IST
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