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गाजियाबाद: 'DM के VVIP बच्चे' मुहिम के तहत शुरू हुआ कुपोषित बच्चों का इलाज

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Published : Sep 23, 2019, 10:16 PM IST

जिला गाजियाबाद में 15 मशहूर निजी अस्पतालों ने 'DM के VVIP बच्चे' मुहिम में खुद को जोड़ने का निर्णय लिया है. इसी कड़ी में सोमवार को कौशाम्बी के यशोदा हॉस्पिटल में डीएम अजय शंकर ने इसकी शुरुआत की.

'डीएम के वी.वी.आई.पी बच्चे'

नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने कुपोषण के शिकार बच्चों का वी.वी.आई.पी ईलाज कराने की व्यवस्था का संकल्प लिया है.

जिला गाजियाबाद में 15 मशहूर निजी अस्पतालों ने 'डीएम के वी.वी.आई.पी बच्चे' (DM के VVIP बच्चे) मुहिम में खुद को जोड़ने का निर्णय लिया है. इसी कड़ी में सोमवार को कौशाम्बी के यशोदा हॉस्पिटल में डीएम अजय शंकर ने इसकी शुरुआत की.

Ghaziabad Treatment of malnourished children started under the DM KE VVIP BACHCHE campaign
यशोदा हॉस्पिटल में डॉक्टरों के साथ डीएम अजय शंकर पांडेय

इस मुहिम के तहत सोमवार को लगभग 100 बच्चों की जांच की गई. इसके अलावा यशोदा हॉस्पिटल में 500 कुपोषित बच्चों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए गोद लिया है. बाकी अस्पताल ने 200-200 बच्चों को सुपोषित करने का लक्ष्य स्वीकार किया है.

प्राइवेट अस्पतालों में निःशुल्क इलाज की व्यवस्था
23 सितंबर से 30 सितंबर तक इन बच्चों को निजी अस्पतालों में निःशुल्क सुपोषित करने की व्यवस्था की गयी है. डीएम अजय शंकर पांडेय ने बताया कि रोजाना तय तादाद में बच्चे ए.एन.एम ब्लॉक लेवल मेडिकल ऑफिसर की देख रेख में इन अस्पतालों में लाये जाएंगे. बाल रोग विशेषज्ञ इन बच्चों के पूरी मेडिकल जांच के लिये हाजिर रहेंगे. कुपोषित बच्चों के लिए प्राईवेट हॉस्पिटल इन्हें निःशुल्क पौष्टिक खाद्य पदार्थ जैसे सटरीन बिस्कुट और बच्चों की दवाइयां मुहैया कराएंगे. अगर किसी बच्चे को भर्ती करने की जरूरत हुई तो उन्हें अस्पताल में निःशुल्क भर्ती किया जाएगा और उनके स्वस्थ होने तक देखभाल की जाएगी.

'सबसे अच्छा काम करने पर किया जाएगा सम्मानित'
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस सप्ताह के दौरान सबसे अच्छा काम करने वाले अस्पताल को प्रदेश स्तर पर सम्मानित भी किया जाएगा. डीएम ने कुपोषित बच्चों के परिवार वालों से भी बात की. उन्होंने परिवार वालों को इस बात के लिए भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि अगर इन बच्चों को स्वास्थ्य सुविधा मिलने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत होती है तो आप मेरे ऑफिस आकर मुझे अपनी परेशानी बता सकते हैं.

'बच्चों की सारी जिम्मेदारी हम लेंगे'
यशोदा हॉस्पिटल के डॉक्टर सुनील नागर ने कहा कि हमने लगभग 500 कुपोषित बच्चों की जिम्मेदारी ली है. जिनका इलाज हम अपने हॉस्पिटल में निशुल्क करेंगे और दवाइयां फ्री देंगे. जब तक कि बच्चा बिल्कुल ठीक नहीं हो जाता. इसके लिए हॉस्पिटल के एमडी डॉक्टर पी एन अरोरा ने डीएम अजय शंकर पांडेय की इस पहल का स्वागत किया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि जिला स्तर पर हमारे हॉस्पिटल की जब भी जरूरत होगी, हम हर सेवा के लिए हाजिर होंगे.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने कुपोषण के शिकार बच्चों का वी.वी.आई.पी ईलाज कराने की व्यवस्था का संकल्प लिया है.

जिला गाजियाबाद में 15 मशहूर निजी अस्पतालों ने 'डीएम के वी.वी.आई.पी बच्चे' (DM के VVIP बच्चे) मुहिम में खुद को जोड़ने का निर्णय लिया है. इसी कड़ी में सोमवार को कौशाम्बी के यशोदा हॉस्पिटल में डीएम अजय शंकर ने इसकी शुरुआत की.

Ghaziabad Treatment of malnourished children started under the DM KE VVIP BACHCHE campaign
यशोदा हॉस्पिटल में डॉक्टरों के साथ डीएम अजय शंकर पांडेय

इस मुहिम के तहत सोमवार को लगभग 100 बच्चों की जांच की गई. इसके अलावा यशोदा हॉस्पिटल में 500 कुपोषित बच्चों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए गोद लिया है. बाकी अस्पताल ने 200-200 बच्चों को सुपोषित करने का लक्ष्य स्वीकार किया है.

प्राइवेट अस्पतालों में निःशुल्क इलाज की व्यवस्था
23 सितंबर से 30 सितंबर तक इन बच्चों को निजी अस्पतालों में निःशुल्क सुपोषित करने की व्यवस्था की गयी है. डीएम अजय शंकर पांडेय ने बताया कि रोजाना तय तादाद में बच्चे ए.एन.एम ब्लॉक लेवल मेडिकल ऑफिसर की देख रेख में इन अस्पतालों में लाये जाएंगे. बाल रोग विशेषज्ञ इन बच्चों के पूरी मेडिकल जांच के लिये हाजिर रहेंगे. कुपोषित बच्चों के लिए प्राईवेट हॉस्पिटल इन्हें निःशुल्क पौष्टिक खाद्य पदार्थ जैसे सटरीन बिस्कुट और बच्चों की दवाइयां मुहैया कराएंगे. अगर किसी बच्चे को भर्ती करने की जरूरत हुई तो उन्हें अस्पताल में निःशुल्क भर्ती किया जाएगा और उनके स्वस्थ होने तक देखभाल की जाएगी.

'सबसे अच्छा काम करने पर किया जाएगा सम्मानित'
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस सप्ताह के दौरान सबसे अच्छा काम करने वाले अस्पताल को प्रदेश स्तर पर सम्मानित भी किया जाएगा. डीएम ने कुपोषित बच्चों के परिवार वालों से भी बात की. उन्होंने परिवार वालों को इस बात के लिए भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि अगर इन बच्चों को स्वास्थ्य सुविधा मिलने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत होती है तो आप मेरे ऑफिस आकर मुझे अपनी परेशानी बता सकते हैं.

'बच्चों की सारी जिम्मेदारी हम लेंगे'
यशोदा हॉस्पिटल के डॉक्टर सुनील नागर ने कहा कि हमने लगभग 500 कुपोषित बच्चों की जिम्मेदारी ली है. जिनका इलाज हम अपने हॉस्पिटल में निशुल्क करेंगे और दवाइयां फ्री देंगे. जब तक कि बच्चा बिल्कुल ठीक नहीं हो जाता. इसके लिए हॉस्पिटल के एमडी डॉक्टर पी एन अरोरा ने डीएम अजय शंकर पांडेय की इस पहल का स्वागत किया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि जिला स्तर पर हमारे हॉस्पिटल की जब भी जरूरत होगी, हम हर सेवा के लिए हाजिर होंगे.

Intro:जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने कुपोषण बच्चों का वी0वी0आई0पी0 ईलाज कराने की व्यवस्था का संकल्प लिया है. Body:जनपद गाजियाबाद में 15 प्रितिष्ठित निजी अस्पताल / नर्सिंग होम ने 'जिलाधिकारी के वी.वी.आई.पी बच्चे' मुहिम में अपने को जोड़ने का निर्णय लिया गया है, इसी कड़ी मैं आज कौशाम्बी स्थित यशोदा हॉस्पिटल में जिलाधिकारी ने इसका शुभारंभ किया जिसमें आज लगभग 100 बच्चें की जांच की गई क्योंकि यशोदा हॉस्पिटल में 500 कुपोषित बच्चो को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं कराने के लिए गोद लिया है तथा शेष अस्पताल ने 200 - 200 बच्चों को सुपोषित करने का लक्ष्य स्वीकार किया है.

23 सितंबर से 30 सितंबर तक इन बच्चो की इन निजी चिकित्सालयों में निःशुल्क सुपोषित करने की व्यवस्था की गयी है.

जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि प्रतिदिन निर्धारित संख्या में बच्चे ए०एन०एम० एवं ब्लाक लेवल मैडिकल आफिसर की देख रेख में इन चिकित्सालय में लाये जायेंगे और बाल रोग विशेषज्ञ इन बच्चो के पूर्ण मैडिकल परीक्षण के लिये उपलब्ध रहेंगे. कुपोषित बच्चों के लिए प्राईवेट हॉस्पिटल चिकित्सालय इन्हे निःशुल्क पोषटिक खाद्य पदार्थ जैसे सटरीन बिस्कुट , बच्चों की दवाइयां आदि उपलब्ध कराएंगे, यदि किसी बच्चे को भर्ती करने की जरूरत हो गई, तो उन्हे निःशुल्क अस्पताल में भर्ती किया जायें और उनके स्वस्थ होने तक देखभाल की जाये.

साथ ही जिलाधिकारी ने कहा की इस सप्ताह के दौरान सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले चिकित्सालय को प्रदेश स्तर पर सम्मानित कराने का भी निर्णय लिया है. जिलाधिकारी ने कुपोषित बच्चो के परिवार वालों से भी बात की और इस बात के लिए आश्वस्त किया कि इन बच्चों को स्वास्थ सुविधा मिलने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत होती है तो आप मेरे ऑफिस आकर मुझे अपनी परेशानी बता सकते हैं.

Conclusion:यशोदा हॉस्पिटल के डॉक्टर सुनील नागर ने कहा कि हमने लगभग 500 कुपोषित बच्चों की जिम्मेदारी ली है जिनका इलाज हम अपने इस हॉस्पिटल में निशुल्क करेंगे और दवाइयां फ्री देंगे, जब तक कि बच्चा बिल्कुल ठीक नहीं हो जाता. इसके लिए उन्होंने हॉस्पिटल के एमडी डॉक्टर पी एन अरोरा जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय की इस पहल का स्वागत किया है और साथ ही उन्होंने कहा है कि जब भी जिला स्तर पर हमारे हॉस्पिटल की जब भी जरूरत होगी हम हर सेवा के लिए उपलब्ध होंगे.
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