नई दिल्ली/गाजियाबाद: पहले चरण के मतदान में दिव्यांगों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया. एक दिव्यांग को उसके बड़े भाई ने गोद में उठाकर मतदान केंद्र पर पहुंचाया. दरअसल मतदान केंद्र पर व्हील चेयर ना होने की वजह से दिव्यांगों को काफी परेशनियों का सामना करना पड़ा.
वोट डालना जन्मसिद्ध अधिकार
वोट देने के बाद दिव्यांग ने बताया कि वोट हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है. अपने मताधिकार का प्रयोग करने पर गर्व महसूस हो रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे देश के हर एक ज़िम्मेदार नागरिक को वोट देने आना चाहिए, दिव्यांग के बड़े भाई ने कहा कि भारत का कोई भी शख्स किसी भी रूप में हो, चाहे विकलांग ही सही, सबका अधिकार तो बराबर है. सबको पोलिंग बूथ तक पहुंचना चाहिए और वोट डालना चाहिए.
दिव्यांगों को मतदान में हुई दिक्कत
बता दें कि 14 मार्च को गाजियाबाद की जिलाधिकारी ऋतु माहेश्वरी ने बताया था कि गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में 6500 दिव्यांग मतदाता हैं और क्षेत्र में 3000 पोलिंग स्टेशन हैं. उन्होंने कहा था कि सभी पोलिंग स्टेशन पर 'व्हील चेयर' मतदान के दिन मौजूद होगी लेकिन शिशु शिक्षा जूनियर हाई स्कूल इण्टर कॉलेज, खोड़ा कॉलोनी गाजियाबाद में व्हील चेयर न होने के कारण दिव्यांगों को मतदान करने में समस्या हुई.
बता दें कि गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में 27,15,871 मतदाता हैं जिसमें एक लाख तीस हजार नए वोटर हैं.