नई दिल्ली/गाजियाबाद: करीब 2 हफ्तों से दिल्ली यूपी बॉर्डर (यू पी गेट) समेत दिल्ली की अन्य सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. अन्नदाता मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस ले और एमएसपी को लेकर कानून बनाए. किसान साफ कर चुके हैं कि जब तक केंद्र सरकार कोई कानून नही बनाती है. तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
यह भी पढ़ें
चिल्ला बॉर्डर: भूख हड़ताल पर बैठे किसान, नोएडा से दिल्ली जाने वाले रास्ते को खोला
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने देशभर के किसानों से 14 दिसंबर को जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने का आह्वान किया था. जिसका असर गाजियाबाद में भी देखने को मिला. भारतीय किसान यूनियन के गाजियाबाद जिला प्रभारी जय कुमार मलिक के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसान प्रदर्शन करते हुए भीतर पहुंचे और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
![farmer protest at district headquarters against agricultural laws in ghaziabad](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/videofarmers-14-december_14122020124309_1412f_1607929989_806.jpg)
यह भी पढ़ें
किसानों के समर्थन में AAP का उपवास, 4 बजे पार्टी मुख्यालय पहुंचेंगे सीएम केजरीवाल
किसानों द्वारा 8 दिसंबर को भारत बंद और 12 दिसंबर को टोल फ्री करने के बाद आज देशभर में जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे जा रहे हैं. दरअसल, किसान सरकार को संदेश चाहता है कि किसान कमजोर नहीं है. किसान अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए राजधानी दिल्ली की सड़कों पर बैठा हुआ है. और अपना हक लेकर ही अब वापस लौटेगा.