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गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर प्रशासन का दावाः नरसिंहानंद सरस्वती को किया गया नजरबंद

गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती (Mahant Narasimhanand Saraswati) को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है. मंदिर द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सुरक्षा और संवेदनशील कारणों से नरसिंहानंद सरस्वती को ऐसा करने से रोका गया है. उन्होंने मेरठ तक पदयात्रा करने की चेतावनी दी थी.

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Published : Oct 6, 2022, 10:21 PM IST

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नई दिल्ली/गाजियाबादः डासना देवी मंदिर (Dasna Devi Temple) के महंत नरसिंहानंद सरस्वती (Mahant Narasimhanand Saraswati) को पुलिस ने पदयात्रा करने से रोक दिया है. डासना देवी मंदिर का दावा है कि महंत मेरठ तक पदयात्रा करने की चेतावनी दे चुके थे. इस मामले में पुलिस ने उनसे कहा है कि वह ऐसा न करें. सुरक्षा और संवेदनशील कारणों से उनको रोका गया है. डासना देवी मंदिर के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है. धारा 144 का जिक्र भी किया गया है.

मेरठ में खजूरी गांव के रहने वाले दीपक त्यागी की सिर कटी लाश कुछ दिन पहले खेत में मिली थी. इस मामले में दूसरे समुदाय के दो लोगों की गिरफ्तारी होने के बाद मामला संवेदनशील हो गया था. मंदिर के महंत नरसिंहानंद गिरी सरस्वती ने मामले में चेतावनी दी थी कि संतों के साथ वह मेरठ तक पदयात्रा करेंगे. डासना देवी मंदिर की तरफ से बताया गया कि जैसे ही उन्होंने यात्रा का ऐलान किया, पुलिस मंदिर पहुंच गई और मंदिर को छावनी में तब्दील कर दिया. पुलिस ने उनको यात्रा नहीं करने की सलाह दी है.

मंदिर ने बताया है कि महंत नरसिंहानंद गिरि सरस्वती को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है. बता दें, प्रशासन ने धारा 144 का भी हवाला दिया है. जिसमें सुरक्षा कारणों से इस पद यात्रा की इजाजत नहीं दी जा सकती है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण है, लेकिन धारा 144 का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः गाजियाबाद जुमे की नमाज से पहले पुलिस प्रशासन ने यति नरसिंहानंद सरस्वती को किया नजरबंद

नरसिंहानंद सरस्वती लगातार अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. इससे पहले भी वह पुलिस की नजरबंदी में रह चुके हैं. गत जून महीने में नरसिंहानंद सरस्वती को पुलिस ने नजरबंद किया था. उस दौरान नरसिंहानंद सरस्वती ने 17 जून को शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दिल्ली के जामा मस्जिद जाने का ऐलान किया था. इस विवादित ऐलान के बाद उन्हें पुलिस ने नोटिस भी भेजा था.

नई दिल्ली/गाजियाबादः डासना देवी मंदिर (Dasna Devi Temple) के महंत नरसिंहानंद सरस्वती (Mahant Narasimhanand Saraswati) को पुलिस ने पदयात्रा करने से रोक दिया है. डासना देवी मंदिर का दावा है कि महंत मेरठ तक पदयात्रा करने की चेतावनी दे चुके थे. इस मामले में पुलिस ने उनसे कहा है कि वह ऐसा न करें. सुरक्षा और संवेदनशील कारणों से उनको रोका गया है. डासना देवी मंदिर के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है. धारा 144 का जिक्र भी किया गया है.

मेरठ में खजूरी गांव के रहने वाले दीपक त्यागी की सिर कटी लाश कुछ दिन पहले खेत में मिली थी. इस मामले में दूसरे समुदाय के दो लोगों की गिरफ्तारी होने के बाद मामला संवेदनशील हो गया था. मंदिर के महंत नरसिंहानंद गिरी सरस्वती ने मामले में चेतावनी दी थी कि संतों के साथ वह मेरठ तक पदयात्रा करेंगे. डासना देवी मंदिर की तरफ से बताया गया कि जैसे ही उन्होंने यात्रा का ऐलान किया, पुलिस मंदिर पहुंच गई और मंदिर को छावनी में तब्दील कर दिया. पुलिस ने उनको यात्रा नहीं करने की सलाह दी है.

मंदिर ने बताया है कि महंत नरसिंहानंद गिरि सरस्वती को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है. बता दें, प्रशासन ने धारा 144 का भी हवाला दिया है. जिसमें सुरक्षा कारणों से इस पद यात्रा की इजाजत नहीं दी जा सकती है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण है, लेकिन धारा 144 का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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नरसिंहानंद सरस्वती लगातार अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. इससे पहले भी वह पुलिस की नजरबंदी में रह चुके हैं. गत जून महीने में नरसिंहानंद सरस्वती को पुलिस ने नजरबंद किया था. उस दौरान नरसिंहानंद सरस्वती ने 17 जून को शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दिल्ली के जामा मस्जिद जाने का ऐलान किया था. इस विवादित ऐलान के बाद उन्हें पुलिस ने नोटिस भी भेजा था.

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