नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के लोनी (loni) इलाके में बुजुर्ग के वीडियो वायरल (Viral Video) मामले में राजनीति गर्माती नजर आ रही है. ये पूरा मामला राजनीतिक पार्टियों के बीच पलटवार और सियासत का कारण बनता जा रहा है. लोनी के विकास कुंज में भाजपा (BJP) का झंडा हाथ में लिए लोगों ने फरार कथित सपा नेता उन्मेद पहलवान (Ummed Pehalwan ) के अलावा राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और ओवैसी ( Owaisi) का पुतला फूंका. कोरोना काल होने के बावजूद लोनी में एकत्रित हुए भाजपा कार्यकर्ता पुतले को लेकर गली-मोहल्लों से भी गुजरे. इनमें से कुछ के चेहरों से तो मास्क (mask) भी गायब था.
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जिन लोगों ने पुतला फूंका वे लोग खुद को विधायक नंदकिशोर गुर्जर का समर्थक बता रहे थे. यह सभी लोग मांग कर रहे थे कि जिस तरह से विधायक ने मांग की है कि राहुल गांधी और ओवैसी पर मुकदमा दर्ज हो. वह मांग पूरी होनी चाहिए. लेकिन ये सभी लोग यह भूल गए कि जिम्मेदारी निभाना भी जरूरी है.
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कोरोना (corona) से संबंधित नियमों को मानने के लिए कहा गया है. उन नियमों के तहत मास्क लगाना भी काफी जरूरी है. मगर मास्क लगाए बिना भीड़ एकत्रित की गई और फिर पुतले के नाम पर राजनीति चमकाने की कोशिश का यह पूरा मामला नजर आया.
उन्मेद की गिरफ्तारी की मांग तेज
आपको बता दें मामले में फरार चल रहे समाजवादी पार्टी के कथित नेता उन्मेद पहलवान (Ummed Pehalwan ) की गिरफ्तारी की मांग लगातार तेज हो रही है. उन्मेद पर दंगा भड़काने की कोशिश संबंधी मुकदमा दर्ज है. लेकिन इस बीच राजनीतिक पार्टियों के बीच मचाया घमासान लगातार जुबानी जंग तेज कर रहा है. हालांकि इस मामले पर कोई बड़ा नेता खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है.
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