नई दिल्ली/गाज़ियाबाद: देश भर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं गाज़ियाबाद में अबतक कोरोना के कुल 56 हजार 934 मामले सामने आ के चुके हैं. जिनमें से जून में 324, जुलाई में 65, अगस्त में 26 सितंबर में 18 अक्टूबर में 14, नवंबर में 6 और दिसंबर में 235 मामले सामने आए थे. हालांकि आज कोरोना वायरस के 360 नए मामलों में ओमीक्रोन वेरिएंट की पुष्टि नही हुई है.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, जिले में कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है लेकिन स्थिति अभी नियंत्रण में है. स्वास्थ्य विभाग "ट्रीपल टी" फार्मूले पर काम कर रहा है. "ट्रीपल टी" का मतलब है टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट (Testing, Tracing and Treatment). ट्रीटमेंट यानी इलाज के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. अस्पताल के स्टाफ को ट्रेनिंग दी गई है. अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है.
कोरोना वायरस के जो नए मरीज़ सामने आ रहे हैं उनके संपर्क में आए लोगों को ट्रेस किया जा रहा है, जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, उन क्षेत्रों में टेस्टिंग कराई जा रही है. ओमिक्रोन के खतरे के बीच टेस्टिंग बूथ को भी बढ़ाया गया है. बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और हिंडन एयरपोर्ट पर भी टेस्टिंग बूथ बनाकर टेस्टिंग की जा रही है. कुल 42 बूथों पर टेस्टिंग की जा रही है. जिन इलाकों में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं वहां वैक्सीनेशन कैंप लगाकर लोगों को वैक्सीनेट भी किया जा रहा है.
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जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि ग्रामीण एवं शहरी निगरानी समितियों को और अधिक सक्रिय किया जाए. एल-1 तथा एल-2 हास्पिटल को क्रियाशील करने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने सभी कार्यालयों में कोविड हेल्प डेस्क तत्काल सुनिश्चित कराने के लिए सम्बन्धित विभागाध्यक्षों को उनके माध्यम से पत्र प्रेषित किए जाने के निर्देश दिए.