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गाजियाबाद में 100 करोड़ रुपए के लोन घोटाले मामले में गिरफ्तारी - गाजियाबाद में जमीन का फर्जीवाड़ा

गाजियाबाद पुलिस ने भूमाफिया के साथ मिलकर करोड़ों का घोटाला करने के मामले में एक सख्स को गिरफ्तार किया है. दोनों मिलकर जमीन को फर्जीवाड़े पर खरीदा करते थे और फिर उसी जमीन के नाम पर लोन भी लिया करते थे.

गाजियाबाद
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Published : Dec 23, 2021, 10:00 PM IST

नई दिल्ली/ गाजियाबाद: तकरीबन 100 करोड़ रुपए के लोन घोटाले मामले में नामी बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक गिरफ्तार हुआ है. आरोपी ने नामी भूमाफिया लक्ष्य तंवर के साथ मिलकर बैंक को करोड़ों का चूना लगाया था. इससे पहले भी पुलिस ने इस मामले में कई गिरफ्तारियां की हैं.
मामला थाना शहर कोतवाली से जुड़ा हुआ है जो कुछ ही महीने पहले सामने आया था. जब लक्ष्य तंवर नाम के भूमाफिया को गिरफ्तार किया गया था. लक्ष्य पर आरोप था कि उसने नामी बैंक के साथ मिलकर करोड़ों का घोटाला किया है. जमीन को फर्जीवाड़े पर खरीदा गया था और उसी जमीन के नाम पर कई बार लोन भी लिया गया था. इस मामले में बैंक के कई कर्मचारी शामिल थे. हाल ही में बैंक की डिप्टी मैनेजर को भी गिरफ्तार किया गया था. गुरुवार को इस मामले में राम नाथ मिश्र को भी गिरफ्तार किया गया था. जो कि पूर्व में बैंक का शाखा प्रबंधक था. रामनाथ ने ही मुख्य रूप से भूमाफिया लक्ष्य तवर की मदद की थी.

भूमाफिया लक्ष्य के बारे में कहा जाता है कि वह एनसीआर का सबसे बड़ा माफिया है. जिसने बैंक को चूना लगाने के लिए प्रॉपर्टी के फर्जी कागजात तैयार करवाए थे. एक ही प्रॉपर्टी पर कई बार लोन ले लिया जाता था. जिसको बैंक के कर्मचारी और भूमाफिया आपस में बांट लेते थे.

ये भी पढे़ं: गाजियाबाद बना गैस चैंबर! लोनी की हवा देश में सबसे जहरीली

लक्ष्य पर प्रॉपर्टी पर कब्जे करने से लेकर दहेज और फर्जीवाड़े के कई मुकदमे दर्ज थे. जिसे अगस्त में गिरफ्तार किया गया था. लक्ष्य तंवर एक लग्जरी लाइफ जी रहा था. वह अपने साथ कई निजी सुरक्षाकर्मियों को भी रखता था. इसके अलावा उसकी महंगी गाड़ियों में सवार करना और बड़े-बड़े होटलों में ठहरना शौक थे. वह अपने पहचान वाले लोगों को करोड़ों रुपए के गिफ्ट दिया करता था. इस मामले में कई और नाम भी अभी सामने आ सकते हैं. लक्ष्य की गिरफ्तारी के साथ ही संबंधित बैंक कर्मचारी और मैनेजर आदि को भी बर्खास्त कर दिया गया था. धीरे-धीरे उनकी भी गिरफ्तारियां हो रही हैं. जिससे लगातार और भी राज खुल रहे हैं.

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नई दिल्ली/ गाजियाबाद: तकरीबन 100 करोड़ रुपए के लोन घोटाले मामले में नामी बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक गिरफ्तार हुआ है. आरोपी ने नामी भूमाफिया लक्ष्य तंवर के साथ मिलकर बैंक को करोड़ों का चूना लगाया था. इससे पहले भी पुलिस ने इस मामले में कई गिरफ्तारियां की हैं.
मामला थाना शहर कोतवाली से जुड़ा हुआ है जो कुछ ही महीने पहले सामने आया था. जब लक्ष्य तंवर नाम के भूमाफिया को गिरफ्तार किया गया था. लक्ष्य पर आरोप था कि उसने नामी बैंक के साथ मिलकर करोड़ों का घोटाला किया है. जमीन को फर्जीवाड़े पर खरीदा गया था और उसी जमीन के नाम पर कई बार लोन भी लिया गया था. इस मामले में बैंक के कई कर्मचारी शामिल थे. हाल ही में बैंक की डिप्टी मैनेजर को भी गिरफ्तार किया गया था. गुरुवार को इस मामले में राम नाथ मिश्र को भी गिरफ्तार किया गया था. जो कि पूर्व में बैंक का शाखा प्रबंधक था. रामनाथ ने ही मुख्य रूप से भूमाफिया लक्ष्य तवर की मदद की थी.

भूमाफिया लक्ष्य के बारे में कहा जाता है कि वह एनसीआर का सबसे बड़ा माफिया है. जिसने बैंक को चूना लगाने के लिए प्रॉपर्टी के फर्जी कागजात तैयार करवाए थे. एक ही प्रॉपर्टी पर कई बार लोन ले लिया जाता था. जिसको बैंक के कर्मचारी और भूमाफिया आपस में बांट लेते थे.

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लक्ष्य पर प्रॉपर्टी पर कब्जे करने से लेकर दहेज और फर्जीवाड़े के कई मुकदमे दर्ज थे. जिसे अगस्त में गिरफ्तार किया गया था. लक्ष्य तंवर एक लग्जरी लाइफ जी रहा था. वह अपने साथ कई निजी सुरक्षाकर्मियों को भी रखता था. इसके अलावा उसकी महंगी गाड़ियों में सवार करना और बड़े-बड़े होटलों में ठहरना शौक थे. वह अपने पहचान वाले लोगों को करोड़ों रुपए के गिफ्ट दिया करता था. इस मामले में कई और नाम भी अभी सामने आ सकते हैं. लक्ष्य की गिरफ्तारी के साथ ही संबंधित बैंक कर्मचारी और मैनेजर आदि को भी बर्खास्त कर दिया गया था. धीरे-धीरे उनकी भी गिरफ्तारियां हो रही हैं. जिससे लगातार और भी राज खुल रहे हैं.

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