नई दिल्ली/फरीदाबादः कोई भी पार्टी जब सत्ता में आती है और सरकार बनाती है तो अलग-अलग योजनाएं लेकर आती है और हर सरकार की योजनाओं के केंद्र में हमेशा किसान ही रहते हैं. अब हरियाणा में मनोहर सरकार का कार्यकाल अपने अंतिम पड़ाव पर है. इसलिए ये जानना जरूरी हो जाता है कि सरकार ने योजनाएं चलाईं उनका जमीन पर कितना असर हुआ और लोगों को क्या उस योजना का फायदा मिला या फिर योजना कागजों में ही कामयाब हो गई.
इसीलिए ईटीवी भारत ने मनोहर सरकार की योजनाओं का रियलिटी चेक करने का फैसला किया है. जिसके तहत आज हमारी टीम फरीदाबाद के किसानों से भावांतर भरपाई योजना के फायदे जानने के लिए पहुंची. ये योजना सरकार ने सब्जी उगाने वाले किसानों को नुकसान से उबारने के लिए चलाई है.
क्या है भावांतर भरपाई योजना?
ये योजना 1 जनवरी 2018 से लागू की गई थी और इसके रजिस्ट्रेशन 7 मई 2018 से ऑनलाइन शुरू हुए थे. इस योजना का मकसद बागवानी करने वाले किसानों को नुकसान से बचाना है.
किस फसल का कितना एमएसपी?
- प्याज का एमएसपी 500रु./क्विंटल रखा गया है
- आलू का एमएसपी 400रु./क्विंटल रखा गया है
- गोभी का एमएसपी 500रु./क्विंटल रखा गया है
- टमाटर का एमएसपी 400रु./क्विंटल रखा गया है
कैसे काम करती है ये योजना?
मान लीजिए अगर आपको सरकार द्वारा तय किए गए एमएसपी से मंडी में भाव कम मिलता है तो सरकार उसकी भरपाई करेगी. ये लाभ लेने के लिए आपको पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. उसके बाद जिस आढ़ती को आपने अपनी फसल बेची है वो आपको एक J-FORM देगा. जिसे आपको जिला उद्यान विभाग में जमा करवाना होगा. तब आप इस योजना का लाभ पाने के पात्र हो जाएंगे.
अब जानिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
- सबसे पहले आपको www.agriharyana.in पर क्लिक करना होगा.
- इसके बाद आपको किसान पंजीकरण का एक लिंक दिखेगा.
- किसान पंजीकरण पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक फॉर्म खुलेगा.
- इस फॉर्म में आप सारी जानकारी सही-सही भरें.
- अगर आप फॉर्म में कोई गलत जानकारी देंगे तो आप योजना के लाभ से वंचित रह सकते हैं.
- फॉर्म भरने के बाद सेव बटन पर क्लिक करें और आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा.