नई दिल्ली/फरीदाबाद: राजकीय महिला कॉलेज में परीक्षा पास कराने के नाम पर छात्राओं के यौन शोषण करने के मामले में महिला आयोग की टीम कॉलेज पहुंची. जांच टीम का गठन होने के बाद आयोग ने सभी पक्षों का बयान दर्ज किया.
छात्राओं से यौन शोषण मामले पर खुद सीएम मनोहर लाल खट्टर संज्ञान ले चुके हैं. उन्होंने कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर, लैब अटेंडेंट और चपरासी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. वहीं महिला आयोग की सिफारिश पर तीनों के खिलाफ यौन शोषण की धाराओं के तहत मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है. अब तक की जांच में सामने आया है कि पीड़ित छात्रा के अलावा दूसरी छात्राएं भी यौन शोषण की शिकार हुई हैं.
क्या है मामला ?
राजकीय महिला कॉलेज की एक छात्रा ने तीन टीचिंग और नॉन टीचिंग सदस्यों पर परीक्षा में पास कराने के बहाने यौन शोषण करने का आरोप लगाया. छात्रा ने वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग सबूत के तौर पर दी. छात्रा के आरोपों के बाद प्रिंसिपल ने 30 अप्रैल को स्पेशल जांच कमेटी गठित की.
जांच में छात्रा के आरोप सही पाए गए. जिसके बाद तीनों आरोपियों को निलंबित किया गया. वहीं सीएम ने मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्य की यौन उत्पीड़न समिति को जांच का आदेश दिया. जिसके बाद अब महिला आयोग की टीम ने कॉलेज जाकर सभी पक्षों के बयान दर्ज किए हैं.