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'नई दिल्ली सीट पर वोटर लिस्ट में हो रहा घोटाला...', CM आतिशी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखा पत्र - VOTER LIST SCAM IN DELHI

सीएम आतिशी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वोटर लिस्ट में हेरफेर किया जा रहा.

आतिशी ने वोटर लिस्ट में लगया घोटाले का आरोप
आतिशी ने वोटर लिस्ट में लगया घोटाले का आरोप (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 6, 2025, 6:15 PM IST

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वोटर लिस्ट में हेरफेर किया जा रहा है. आप की नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि भाजपा वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने और हटाने के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया में धांधली कर रही है.

नए वोटर को जोड़ने और काटने की कोशिश: आतिशी ने बताया कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र, जहां लगभग एक लाख मतदाता हैं, उसमें 15 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच 10,500 नए वोटरों को जोड़ने की एप्लिकेशन दी गई है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब चुनाव आयोग की टीमें घर-घर जाकर वोटर लिस्ट की समीक्षा कर रही थीं, तब ये नए वोटर कहां थे. आप ने यह भी दावा किया कि इसी अवधि में 6,167 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाने के लिए आवेदन दिए गए. आतिशी ने आरोप लगाया कि इनमें से अधिकांश आवेदन फर्जी थे. उदाहरण के तौर पर 4,200 से अधिक वोटरों के नाम हटाने के लिए केवल 84 लोगों ने आवेदन दिए. जांच में सामने आया कि इन 84 लोगों ने कोई आवेदन नहीं किया था और उनके नाम का दुरुपयोग किया गया.

फर्जी नामों का खुलासा: आतिशी ने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा 84 लोगों को नोटिस भेजकर पूछताछ की गई, तो उन्होंने किसी भी आवेदन से इनकार किया. तरुण कुमार चौटाला और उषा देवी जैसे नामों से बड़ी संख्या में फर्जी आवेदन दिए गए. तरुण कुमार चौटाला के नाम से 106 वोटरों के नाम हटाने का आवेदन दिया गया था, जबकि उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने ऐसा कोई आवेदन नहीं किया.

चुनाव आयोग पर सवाल: सीएम आतिशी ने चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतनी गंभीर गड़बड़ी के बावजूद आयोग ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने कहा कि मैंने मुख्य चुनाव आयुक्त को इस घोटाले की पूरी जानकारी दी है और उनसे मुलाकात का समय मांगा है.

शिकायत पर संज्ञान न लेने का आरोप: वहीं, आप नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने भी चुनाव अधिकारियों से मुलाकात कर इस मामले की जांच की मांग की थी. उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट से नाम हटाने के लिए जिन लोगों ने आवेदन दिया, उनका सख्त सत्यापन होना चाहिए. हालांकि, उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया. राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अपनी पत्नी अनीता सिंह का उदाहरण देते हुए बताया कि उनके नाम को भी वोटर लिस्ट से हटाने की कोशिश की गई थी. आवेदन देने वाली महिला ने खुद स्वीकार किया कि उसने केवल मृतक व्यक्तियों के नाम हटाने के लिए आवेदन किया था.

भाजपा पर साधा निशाना: आप नेताओं ने भाजपा पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि यह सब साजिश के तहत किया जा रहा है. उन्होंने सवाल किया कि क्या चुनाव आयोग इस घोटाले को नहीं देख पा रहा है? आम आदमी पार्टी ने इस मामले में जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच की मांग की है और कहा है कि यदि यह साजिश जारी रही, तो लोकतंत्र और संविधान को गंभीर खतरा होगा.

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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वोटर लिस्ट में हेरफेर किया जा रहा है. आप की नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि भाजपा वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने और हटाने के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया में धांधली कर रही है.

नए वोटर को जोड़ने और काटने की कोशिश: आतिशी ने बताया कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र, जहां लगभग एक लाख मतदाता हैं, उसमें 15 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच 10,500 नए वोटरों को जोड़ने की एप्लिकेशन दी गई है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब चुनाव आयोग की टीमें घर-घर जाकर वोटर लिस्ट की समीक्षा कर रही थीं, तब ये नए वोटर कहां थे. आप ने यह भी दावा किया कि इसी अवधि में 6,167 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाने के लिए आवेदन दिए गए. आतिशी ने आरोप लगाया कि इनमें से अधिकांश आवेदन फर्जी थे. उदाहरण के तौर पर 4,200 से अधिक वोटरों के नाम हटाने के लिए केवल 84 लोगों ने आवेदन दिए. जांच में सामने आया कि इन 84 लोगों ने कोई आवेदन नहीं किया था और उनके नाम का दुरुपयोग किया गया.

फर्जी नामों का खुलासा: आतिशी ने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा 84 लोगों को नोटिस भेजकर पूछताछ की गई, तो उन्होंने किसी भी आवेदन से इनकार किया. तरुण कुमार चौटाला और उषा देवी जैसे नामों से बड़ी संख्या में फर्जी आवेदन दिए गए. तरुण कुमार चौटाला के नाम से 106 वोटरों के नाम हटाने का आवेदन दिया गया था, जबकि उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने ऐसा कोई आवेदन नहीं किया.

चुनाव आयोग पर सवाल: सीएम आतिशी ने चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतनी गंभीर गड़बड़ी के बावजूद आयोग ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने कहा कि मैंने मुख्य चुनाव आयुक्त को इस घोटाले की पूरी जानकारी दी है और उनसे मुलाकात का समय मांगा है.

शिकायत पर संज्ञान न लेने का आरोप: वहीं, आप नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने भी चुनाव अधिकारियों से मुलाकात कर इस मामले की जांच की मांग की थी. उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट से नाम हटाने के लिए जिन लोगों ने आवेदन दिया, उनका सख्त सत्यापन होना चाहिए. हालांकि, उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया. राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अपनी पत्नी अनीता सिंह का उदाहरण देते हुए बताया कि उनके नाम को भी वोटर लिस्ट से हटाने की कोशिश की गई थी. आवेदन देने वाली महिला ने खुद स्वीकार किया कि उसने केवल मृतक व्यक्तियों के नाम हटाने के लिए आवेदन किया था.

भाजपा पर साधा निशाना: आप नेताओं ने भाजपा पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि यह सब साजिश के तहत किया जा रहा है. उन्होंने सवाल किया कि क्या चुनाव आयोग इस घोटाले को नहीं देख पा रहा है? आम आदमी पार्टी ने इस मामले में जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच की मांग की है और कहा है कि यदि यह साजिश जारी रही, तो लोकतंत्र और संविधान को गंभीर खतरा होगा.

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