नई दिल्ली/पलवलः कड़कड़ाती ठंड में प्रदर्शन कर रहे किसानों के आंदोलन का आज 22वां दिन है. इसके बावजूद उनका हौसला नहीं टूटा है. किसानों का कहना है कि चाहे ठंड पड़े या बारिश जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी हम वापस नहीं जाएंगे. पलवल में अटोहा गांव के पास एनएच 19 पर धरने पर बैठे किसानों का कहना है कि सरकार किसानों में फूट डालने की कोशिश कर रही है, लेकिन बीजेपी अपने मंसूबो में कामयाब नहीं होगी.
किसानों को बदनाम करने की कोशिश
किसानों ने आरोप लगाए हैं कि सरकार ने उनके आंदोलन में पहले फूट डालने की कोशिश की और बाद में उन्हें खालिस्तान से जोड़ दिया. यही नहीं सरकार ने टुकड़े-टुकड़े गैंग जैसे कई अलग-अलग नामों से उनके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की. बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने किसानो के बीच जाकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए और किसानों को बदनाम करने की कोशिश की. जिसका वीडियो भी किसानों के पास है.
'मोदी सरकार है टुकड़े-टुकड़े गैंग'
किसानों का कहना है कि मोदी सरकार स्वयं टुकड़ा गैंग बन चुकी है जो कभी दो समुदायों के बीच तो कभी गरीब और अमीरो में फूट डलवाने का काम कर रही है. सरकार किसानों के बीच इस तरह की हरकत कर आंदोलन को और गर्मा रही है. उन्होंने आरोप लगाए कि मोदी सरकार किसानों के बीच फूट डालने का काम कर रही है जिसमें वो कामयाब नहीं हो पाएगी.
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जोरों पर है आंदोलन
किसान नेता उपकार सिंह ने कहा कि एक ओर जहां अमित शाह ने माना कि कृषि कानून बनाने से पहले किसानों से चर्चा करनी जरूरी थी तो वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री कहते हैं हम कुछ सुधारों पर विचार करेंगे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि ये कानून किसानों के हित में है तो फिर सरकार इसे साबित क्यों नहीं कर पा रही. आखिर क्यों किसान इस कानून को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि देश भर में ये आंदोलन जोर पकड़ चुका है. भले ही सरकार किसानों को बरगलाने की कितनी भी कोशिश करे लेकिन सरकार अपने प्रयासों में कभी सफल नहीं हो पाएगी.