नई दिल्ली/फरीदाबाद: निकिता के हत्यारों को फांसी दिए जाने की मांग को लेकर रविवार को बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में एक महापंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया. इन्हीं में से कुछ शरारती तत्वों ने पंचायत से निकलकर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करने की कोशिश की, जिसे रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
महापंचायत के दौरान हुए उग्र प्रदर्शन के संबंध में निकिता के परिजनों ने कहा कि वो इस तरह के प्रदर्शनों का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा जो भी शरारती तत्व इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं वो निंदनीय है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से युवाओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर प्रदर्शन करने की कोशिश की वो गलत था. इस तरह की किसी भी घटना के लिए समर्थन नहीं करते हैं.
बल्लभगढ़ में हुआ हिंसक प्रदर्शन
एक और जहां पुलिस प्रशासन ने निकिता के हत्यारों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया, वहीं दूसरी तरफ उन्हें फांसी दिए जाने की मांग को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में रविवार को भी महापंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें कुछ लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करने का प्रयास किया. जिसे रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कई लोगों को हिरासत में भी लिया.
'महापंचायत की अनुमति नहीं थी'
डीसीपी सुमेर ने कहा कि महापंचायत करने की अनुमति नहीं दी गई थी. साथ ही भीड़ ना जुटाने के लिए भी कहा गया था. उपद्रवियों ने हाईवे जाम के दौरान पत्थरबाजी की, उन्हें काबू करने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ी. अब हालात सामान्य हैं और उपद्रवियों की पहचान की जा रही है.