ETV Bharat / city

जानिए अनलॉक-6 में कैसा है फरीदाबाद में परिवहन सेवाओं का हाल

author img

By

Published : Nov 6, 2020, 1:10 PM IST

फरीदाबाद में परिवहन को पूरी तरह से पटरी पर लाने के लिए अब रोडवेज की बसों की दूसरे राज्यों में आवाजाही शुरू हो गई है. वहीं मेट्रो सेवा को सभी लाइनों पर शुरू कर दिया है. हालांकि अभी रेल सेवा पूर्ण रूप से शुरू नहीं हुई है. इस रिपोर्ट में जानिए कैसा है फरीदाबाद में परिवहन का हाल.

know how are bus metro and train service in unlock 6 in faridabad
जानिए अनलॉक-6 में कैसा है फरीदाबाद में परिवहन सेवाओं का हाल

नई दिल्ली/फरीदाबाद : जिले में इंटरसिटी सार्वजनिक परिवहन सेवा शुरू होने के बाद रोडवेज बस सेवा लगभग पूरी तरह से शुरू हो चुकी है. फरीदाबाद में परिवहन को पूरी तरह से पटरी पर लाने के लिए अब रोडवेज की बसों की उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली सहित कई अन्य राज्यों के लिए आवाजाही शुरू हो गई है.

जानिए अनलॉक-6 में कैसा है फरीदाबाद में परिवहन सेवाओं का हाल

रोडवेज को उभरने में लगेगा एक साल

हालांकि पूरी तरह से बस सेवा शुरू होने के बाद भी अभी हरियाणा रोडवेज को सामान्य परिस्थितियों में जाने के लिए लगभग 1 साल का समय लगेगा क्योंकि कोरोना के कारण हरियाणा रोडवेज को करोड़ों का घाटा हुआ है और अब उस घाटे की पूर्ति रोडवेज की बसों को ज्यादा से ज्यादा यात्रियों के लिए चलाकर पूरा करने की योजना बनाई गई है.

बल्लभगढ़ बस डिपो के जनरल मैनेजर राजीव नागपाल ने बताया कि उनके डिपो से लगभग सभी बसें चला दी गई हैं, और लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे को पूरा करने के लिए वे बसों का ज्यादा से ज्यादा चलाना सुनिश्चित करवा रहे हैं. पहले की जितनी सवारियां तो नहीं निकल रही हैं, और लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे को पूरा करने के लिए उनको एक साल का समय लगेगा.

कोरोना के नियमों की हो रही है अनदेखी

जिले में बस सेवा शुरू तो कर दी गई है, लेकिन ये बसें इस कोरोना महामारी के दौरान यात्रियों के लिए मुसीबत भी बन रही हैं. शुरुआत में जब रोडवेज की बस सेवा को शुरू किया गया तो कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन किया गया था.

बस में चढ़ने से पहले यात्रियों के तापमान को मापा जाता था और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सवारियों को बैठाया जाता था, लेकिन जैसे-जैसे सार्वजनिक परिवहन खुलता गया वैसे-वैसे कोरोना के नियमों की पालना भी बंद होती गई. यात्रियों का कहना है कि अब हरियाणा रोडवेज की बसों में बैठने से पहले ना तो किसी का तापमान मापा जाता है, ना ही बस के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाता है और ना ही बस में बैठने से पहले किसी के हाथों को सैनिटाइज किया जाता है.

मेट्रो सेवा का कुछ ऐसा है हाल

वहीं जिले में मेट्रो सेवा की बात करें तो बीते 10 सितम्बर को फरीदाबाद से दो लाइनों पर मेट्रो की सेवा को शुरू किया गया था और धीरे-धीरे करके मेट्रो की सभी लाइनों को शुरू कर दिया गया, लेकिन मेट्रो में अभी सफर करने वाले दैनिक यात्रियों की संख्या केवल 50% ही है क्योंकि मेट्रो में केवल स्मार्ट कार्ड प्रयोग करने वाले यात्रियों को भी आने-जाने की इजाजत है.

रेल सेवा शुरू होने में लगेगा वक्त

वहीं अगर बात करें रेलवे की सेवाओं की तो अभी तक फरीदाबाद से कोई भी लोकल ट्रेन को शुरू नहीं किया गया है. अभी तक केवल पैसेंजर गाड़ियां और माल गाड़ियां ही चल रही हैं. कोरोना के कारण अभी रेल सेवा सुचारू रूप से शुरू होने में वक्त लगेगा.

तो कुछ ऐसा है जिले में बस, रेल और मेट्रो सेवा का हाल. रेल और मेट्रो प्रशासन जहां अभी भी कोरोना के नियमों की पालना कर रहा है तो वहीं परिवहन विभाग बस सेवा को लेकर अब लापरवाह हो गया है. भले ही बस सेवा पूर्ण रूप से शुरू कर दी गई हो, लेकिन अभी भी एहतियात बरतने की ज़रूरत है और जिस तरह से कोरोना के केस बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, ऐसे में लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं होने चाहिए.

नई दिल्ली/फरीदाबाद : जिले में इंटरसिटी सार्वजनिक परिवहन सेवा शुरू होने के बाद रोडवेज बस सेवा लगभग पूरी तरह से शुरू हो चुकी है. फरीदाबाद में परिवहन को पूरी तरह से पटरी पर लाने के लिए अब रोडवेज की बसों की उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली सहित कई अन्य राज्यों के लिए आवाजाही शुरू हो गई है.

जानिए अनलॉक-6 में कैसा है फरीदाबाद में परिवहन सेवाओं का हाल

रोडवेज को उभरने में लगेगा एक साल

हालांकि पूरी तरह से बस सेवा शुरू होने के बाद भी अभी हरियाणा रोडवेज को सामान्य परिस्थितियों में जाने के लिए लगभग 1 साल का समय लगेगा क्योंकि कोरोना के कारण हरियाणा रोडवेज को करोड़ों का घाटा हुआ है और अब उस घाटे की पूर्ति रोडवेज की बसों को ज्यादा से ज्यादा यात्रियों के लिए चलाकर पूरा करने की योजना बनाई गई है.

बल्लभगढ़ बस डिपो के जनरल मैनेजर राजीव नागपाल ने बताया कि उनके डिपो से लगभग सभी बसें चला दी गई हैं, और लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे को पूरा करने के लिए वे बसों का ज्यादा से ज्यादा चलाना सुनिश्चित करवा रहे हैं. पहले की जितनी सवारियां तो नहीं निकल रही हैं, और लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे को पूरा करने के लिए उनको एक साल का समय लगेगा.

कोरोना के नियमों की हो रही है अनदेखी

जिले में बस सेवा शुरू तो कर दी गई है, लेकिन ये बसें इस कोरोना महामारी के दौरान यात्रियों के लिए मुसीबत भी बन रही हैं. शुरुआत में जब रोडवेज की बस सेवा को शुरू किया गया तो कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन किया गया था.

बस में चढ़ने से पहले यात्रियों के तापमान को मापा जाता था और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सवारियों को बैठाया जाता था, लेकिन जैसे-जैसे सार्वजनिक परिवहन खुलता गया वैसे-वैसे कोरोना के नियमों की पालना भी बंद होती गई. यात्रियों का कहना है कि अब हरियाणा रोडवेज की बसों में बैठने से पहले ना तो किसी का तापमान मापा जाता है, ना ही बस के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाता है और ना ही बस में बैठने से पहले किसी के हाथों को सैनिटाइज किया जाता है.

मेट्रो सेवा का कुछ ऐसा है हाल

वहीं जिले में मेट्रो सेवा की बात करें तो बीते 10 सितम्बर को फरीदाबाद से दो लाइनों पर मेट्रो की सेवा को शुरू किया गया था और धीरे-धीरे करके मेट्रो की सभी लाइनों को शुरू कर दिया गया, लेकिन मेट्रो में अभी सफर करने वाले दैनिक यात्रियों की संख्या केवल 50% ही है क्योंकि मेट्रो में केवल स्मार्ट कार्ड प्रयोग करने वाले यात्रियों को भी आने-जाने की इजाजत है.

रेल सेवा शुरू होने में लगेगा वक्त

वहीं अगर बात करें रेलवे की सेवाओं की तो अभी तक फरीदाबाद से कोई भी लोकल ट्रेन को शुरू नहीं किया गया है. अभी तक केवल पैसेंजर गाड़ियां और माल गाड़ियां ही चल रही हैं. कोरोना के कारण अभी रेल सेवा सुचारू रूप से शुरू होने में वक्त लगेगा.

तो कुछ ऐसा है जिले में बस, रेल और मेट्रो सेवा का हाल. रेल और मेट्रो प्रशासन जहां अभी भी कोरोना के नियमों की पालना कर रहा है तो वहीं परिवहन विभाग बस सेवा को लेकर अब लापरवाह हो गया है. भले ही बस सेवा पूर्ण रूप से शुरू कर दी गई हो, लेकिन अभी भी एहतियात बरतने की ज़रूरत है और जिस तरह से कोरोना के केस बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, ऐसे में लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं होने चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.