नई दिल्ली/फरीदाबाद: 2015 से लेकर 2021 तक स्वच्छ भारत मिशन के तहत भारत सरकार और हरियाणा सरकार द्वारा फरीदाबाद नगर निगम को जो पैकेज दिए गए हैं उनकी जांच विजिलेंस से होगी. दरअसल, फरीदाबाद नगर निगम की मेयर सुमन बाला ने इसकी मुख्यमंत्री से मांग की है.
शहर में 12 करोड़ रुपये के टॉयलेट लगाए गए
इसके लिए बाकायदा पत्र लिखा गया है और पत्र में हवाला दिया गया है कि किस तरह से शहर में 12 करोड़ रुपये के टॉयलेट लगाए गए, लेकिन टॉयलेट में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया और ना उनमें पानी है ना ही उनको सीवर से जोड़ा गया.
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निरीक्षण के दौरान सुमन बाला की एसडीओ सुरेंद्र खट्टर के साथ हुई कहासुनी
इसको लेकर सुमन बाला ने जब शौचालयों का निरीक्षण किया तो वहां पर नगर निगम के एसडीओ सुरेंद्र खट्टर के साथ उनकी कहासुनी हुई और ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल है. जिसके बाद एसडीओ सुरेंद्र खट्टर को सस्पेंड कर दिया गया, लेकिन उसके बाद मेयर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर स्वच्छ भारत मिशन के तहत दिए गए पैकेज की विजिलेंस जांच कराने की मांग की है. इससे पहले भी वो निगम में फैले भ्रष्टाचार को लेकर आवाज उठा चुकी हैं.
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किस तरीके से मिलेगा मेयर के पत्र का जवाब
अब देखने वाली बात ये होगी कि मेयर के पत्र का जवाब किस तरीके से मिलता है और क्या विजिलेंस के द्वारा नगर निगम में दिए गए स्वच्छ भारत मिशन के पैसे की जांच की जाती है, क्योंकि मेयर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपनी ही सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं.