नई दिल्ली/फरीदाबाद: डॉक्टरों को धरती पर भगवान का रूप माना जाता है, लेकिन कुछ झोलाछाप डॉक्टर ऐसे भी हैं, जो डॉक्टरी को काली कमाई का जरिया बना लेते हैं. बिना डिग्री के क्लीनिक चला रहे 2 डॉक्टरों को फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
डॉक्टरों की टीम को देखते है इलाके के सभी डाक्टर्स में अफरातफरी मच गई. कुछ डॉक्टर तो टीम को देखकर दुकान छोड़ कर फरार हो गए, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दो डाक्टर्स को धर दबोचा. जिनमें झोलाछाप डॉ. राजेंद्र प्रसाद पांडे और परवीन रोतेला शामिल हैं.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दोनों डॉक्टर बिना किसी डिग्री के गलत तरीके से प्रैक्टिस कर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे थे. वहीं आगे की कार्रवाई के लिए स्वास्थ विभाग ने पुलिस को इसकी शिकायत दी है. अधिकारियों ने बताया कि दोनों डॉक्टर्स के पास से करीब 19 दवाइयां मिली हैं, जो वो लोगों को बीमार होने पर दे रहे थे.
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग को शिकायत मिली थी कि कुछ डॉक्टर्स गोंच्छी गांव में बिना डिग्री के क्लीनिक चला रहे हैं. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विभाग ने 4 डॉक्टरों की टीम को गांव भेजा और दोनों फर्जी डॉक्टर्स का भंडाफोड़ किया गया. हालांकि एक डॉक्टर इस छापेमारी के दौरान भागने में कामयाब हो गया.