नई दिल्ली: 19 जुलाई को चंद घण्टे की बारिश के बाद ही दिल्ली के कई इलाके जलमग्न हो गए थे. मिंटो रोड अंडरपास के नीचे जलजमाव और इसमें हुई एक व्यक्ति की मौत को लेकर सवाल भी खड़े हुए और इसपर खूब सियासत भी हुई. लेकिन अब स्थिति सामान्य है. इसी बीच मौसम विभाग ने दिल्ली में मध्यम से लेकर भारी बारिश की संभावना जताई है और इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
'युद्धस्तर पर जारी है काम'
ऐसे में पूर्व की घटनाओं से सबक लेते हुए सरकार और विभाग क्या कुक तैयारियां कर रहे हैं, इसे लेकर हमने आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा से सवाल किया. राघव चड्ढा का कहना था कि हर साल मार्च-अप्रैल में नालों की साफ-सफाई और डिसलटिंग का काम होता है. इस बार कोरोना महामारी के कारण सारी सरकारी मशीनरी और सभी विभाग कोरोना की रोकथाम से जुड़े काम में लगे थे. इसलिए इसमें देरी हुई.
'निगम भी कराए नालों की सफाई'
उन्होंने कहा कि वर्तमान में दिल्ली सरकार के विभागों के अधीन आने वाले नालों की साफ सफाई का काम युद्ध स्तर पर जारी है और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने निगम का भी जिक्र किया और कहा कि दिल्ली में दो तरह के नाले हैं, कुछ दिल्ली सरकार के विभागों के अधीन आते हैं और कुछ एमसीडी के. राघव ने कहा कि निगम को भी चाहिए कि वे जल्द से जल्द अपने नालों की भी साफ सफाई कर लें.
निगम पर जिम्मेदारी का ठीकरा
इस दौरान राघव चड्ढा ने 19 जुलाई की घटना का जिक्र करते हुए निगम पर निशाना भी साधा. मिंटो रोड पर हुए जलभराव के कारणों में उन्होंने एक बार फिर से भाजपा मुख्यालय निर्माण के कारण बंद हुए नाले का जिक्र किया. वहीं, अन्ना नगर में झुग्गियों के पानी में बहने के लिए भी उन्होंने निगम को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि वो झुग्गियां दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ड्रेन संख्या 12 पर बनी हुई थी. इसलिए पूरी तरह से निगम जिम्मेदार है.