नई दिल्ली: राजधानी समेत देश भर में साइबर अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण लोगों के बीच जागरूकता का अभाव है. इसे ध्यान में रखते हुए नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस अब लोगों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक करने का काम कर रही है.
ताकि लोग साइबर अपराध के चंगुल में न फंसे. खासतौर से कॉलेज और पीजी में रहने वाली छात्राओं को जागरूक किया जा रहा है. वे कई बार साइबर बुलिंग का शिकार होती हैं.
बढ़ रहे हैं साइबर क्राइम के मामले
नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी विजयंता आर्य ने बताया कि इंटरनेट और सोशल मीडिया का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है. इसके साथ ही साइबर क्राइम के मामले भी बढ़ रहे हैं. इससे बचने के लिए लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है.
इसलिए नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की पुलिस लोगों के बीच जाकर उन्हें साइबर क्राइम के बारे में जागरूक कर रही है. उन्हें प्रजेंटेशन दिखाकर बताया जा रहा है कि किस तरह से वे साइबर क्राइम से बच सकते हैं. इसके तीन भाग प्रमुख हैं.
1. पर्सनल डाटा
डीसीपी विजयंता आर्य के मुताबिक लोगों को ये बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया के जरिए आपका पर्सनल डाटा खतरे में है. अगर आप फेसबुक या किसी दूसरे सोशल मीडिया साइट पर अनजान लोगों से दोस्ती करते हैं तो वह आपका डाटा चोरी कर सकते हैं.
इसके जरिए वह आपको न केवल साइबर क्राइम बल्कि ठगी और जालसाजी का शिकार भी बना सकते हैं. इसलिए किसी भी अनजान शख्स से सोशल मीडिया पर दोस्ती करते समय आपको अच्छे से सोच लेना चाहिए और इसके बाद ही दोस्ती के लिए आगे बढ़ना चाहिए.
2. फाइनेंसियल डाटा
डीसीपी विजयंता आर्य ने बताया कि साइबर अपराधी आपको मेल, सोशल साइट और फोन कर बेहद लुभावने ऑफर देते हैं और आपसे आपकी जानकारी हासिल कर लेते हैं. इसमें आपकी निजी से लेकर बैंक तक के बारे में जानकारी शामिल होती है.
इस जानकारी का इस्तेमाल कर आपको आर्थिक नुकसान पहुंचाया जाता है. पुलिस इस जागरूकता अभियान में लोगों को यह बता रही है कि वह किसी भी सूरत में अपनी निजी और बैंक संबंधित जानकारी किसी को न दें. अगर कोई आपको लुभावना ऑफर दे रहा है तो वह आप से ठगी के लिए हो सकता है.
3. साइबर बुलिंग
डीसीपी विजयंता आर्य ने बताया कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने के साथ ही साइबर स्टॉकिंग, सोशल मीडिया पर भद्दे कमेंट करना, किसी की फोटो से छेड़छाड़ करना और आपत्तिजनक भाषा लिखना जैसे साइबर अपराध भी बढ़े हैं.
यह ऐसे अपराध हैं जिनसे साइबरस्पेस में रहने वाले लोगों को दिक्कत महसूस होती है. दिल्ली पुलिस महिलाओं, लड़कियों, कॉलेज छात्राओं और पीजी में रहने वाली युवतियों के पास जाकर उन्हें जागरूक कर रही है.
उन्हें बताया जा रहा है कि इस प्रकार के साइबर अपराध से वह किस तरह से बच सकती हैं. उन्हें यह भी बताया जा रहा है कि किस तरह से सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना चाहिए.
बगैर परखे शेयर न करें कोई भी जानकारी
डीसीपी विजयंता आर्य ने बताया कि पिछले कुछ समय में यह देखा गया है कि सोशल मीडिया के जरिये झूठी जानकारी फैलाई जाती है. कई बार इसकी वजह से कानून व्यवस्था बिगड़ जाती है.
इसलिए इस जागरूकता अभियान में छात्रों समेत दूसरे लोगों को यह बताया जा रहा है कि वह बिना जांचे किसी मैसेज को सोशल मीडिया पर आगे शेयर न करें. अगर आप ऐसा कोई मैसेज बिना जांच करे आगे बढ़ा रहे हैं तो इससे आपकी मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं.