नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध लव-कुश रामलीला का इस साल भी भव्य तरीके से मंचन किया जाएगा. रामलीला कमेटी ने ये साफ किया है कि महामारी के चलते इस साल मंचन स्थगित नहीं होगा, बल्कि सभी सावधानियों और जरूरी गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए मंचन किया जाएगा. हालांकि अभी सरकार की तरफ से इसकी मंजूरी नहीं दी गई है, जिसके लिए सरकार को पत्र लिखा गया है.
लव-कुश रामलीला कमेटी ने की बैठक
दिल्ली की सिविल लाइन्स में लव-कुश रामलीला के पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें रामलीला के प्रधान अशोक अग्रवाल और सचिव अर्जुन कुमार समेत सभी पदाधिकारी मौजूद रहे. इसमें सभी ने सर्वसमिति से निर्णय लिया कि अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने की खुशी में इस बार भव्य रामलीला का आयोजन किया जाएगा.
रामलीला के आयोजन के लिए सरकार से अपील
कमेटी की तरफ से कहा गया है कि ये हमारे देश के लिए गौरव की बात है कि इधर राम मंदिर बन रहा है और दूसरी तरफ देश मे रामलीलाओं का भी भव्य तरीके से सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मंचन होगा. उन्होंने कहा कि सरकार को लीलाओं के मंचन की अनुमति देने के लिए भी आग्रह किया है, जिसकी हमें उम्मीद है कि ये शीघ्र ही मान ली जाएंगी.
गाइडलाइन का किया जाएगा पालन
लीला के प्रधान अशोक अग्रवाल ने मौजूदा हालात को देखते हुए बरते जाने वाली सावधानियों को लेकर कहा कि रामलीला में आने वाले हर भक्त को मास्क दिया जाएगा और थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. इसके अलावा सैनिटाइजेशन भी की जाएगी.
इससे कोरोना संक्रमण से भी बचा जा सकेगा. कुर्सियां भी सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए लगाई जाएंगी. साथ ही उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि बरसों बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है.
ऐसे में यदि रामलीलाओं के मंचन पर अंकुश लगेगा तो देशभर में गलत मैसेज जाएगा. राम भक्तों को दुख होगा. इसलिए देशभर में रामलीलाओं का मंचन होना चाहिए. कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सभी गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए मंचन किया जाना चाहिए.