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सांभर झील में विदेशी पक्षियों की मौत पर एनजीटी ने लिया संज्ञान, रिपोर्ट हुई तलब

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Published : Nov 21, 2019, 10:44 PM IST

सांभर झील में 18 हजार से अधिक देशी-विदेशी पक्षियों की मौत पर एनजीटी ने रिपोर्ट तलब किया है.

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल

नई दिल्ली: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने राजस्थान की सांभर झील में 18 हजार से अधिक देशी-विदेशी पक्षियों की मौत पर संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब किया है. एनजीटी ने नेशनल वेटलैंड अथॉरिटी, राजस्थान स्टेट वेटलैंड अथॉरिटी, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जयपुर जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब किया है.

18 हजार पक्षियों हुई मौत
सांभर झील खारे पानी के लिए प्रसिद्ध है. यहां नमक का उत्पादन होता है. सांभर झील में प्रतिवर्ष 85 प्रजातियों के पक्षी आते हैं. इस बार भी ये आए, लेकिन 32 प्रजातियों के 18 हजार पक्षियों की मौत हो गई.

नई दिल्ली: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने राजस्थान की सांभर झील में 18 हजार से अधिक देशी-विदेशी पक्षियों की मौत पर संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब किया है. एनजीटी ने नेशनल वेटलैंड अथॉरिटी, राजस्थान स्टेट वेटलैंड अथॉरिटी, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जयपुर जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब किया है.

18 हजार पक्षियों हुई मौत
सांभर झील खारे पानी के लिए प्रसिद्ध है. यहां नमक का उत्पादन होता है. सांभर झील में प्रतिवर्ष 85 प्रजातियों के पक्षी आते हैं. इस बार भी ये आए, लेकिन 32 प्रजातियों के 18 हजार पक्षियों की मौत हो गई.

Intro:नई दिल्ली। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने राजस्थान की सांभर झील में 18 हजार से अधिक देशी-विदेशी पक्षियों की मौत पर संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब किया है। एनजीटी ने नेशनल वेटलैंड अथॉरिटी, राजस्थान स्टेट वेटलैंड अथॉरिटी, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और  जयपुर जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब किया है।





Body:सांभर झील खारे पानी के लिए प्रसिद्ध है। यहां नमक का उत्पादन होता है। सांभर झील में प्रतिवर्ष 85 प्रजातियों के पक्षी आते हैं। इस बार भी ये आए, लेकिन 32 प्रजातियों के 18 हजार पक्षियों की मौत हो गई। 





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