नई दिल्ली: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के दो महीने से ज्यादा समय बाद भी उनके समर्थन में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं. इसी क्रम में रविवार शाम करणी सेना के कार्यकर्ता सुशांत केस में जल्द और निष्पक्ष सीबीआई जांच की मांग को लेकर इंडिया गेट के पास कैंडल मार्च निकालने के लिए जमा हुए. लेकिन यह मार्च शुरू ही नहीं हो सका.
कार्यकर्ताओं ने सुशांत की तस्वीर रखकर मोमबत्ती जलाई
पुलिस ने इन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया. पुलिस द्वारा आगे नहीं बढ़ने देने के कारण पटियाला हाउस कोर्ट के पास एक पेड़ के नीचे ही करणी सेना के इन कार्यकर्ताओं ने सुशांत की तस्वीर रखकर मोमबत्ती जलाई, लेकिन वहां फिर शुरू हुई नारेबाजी से माहौल बिगड़ता देख, पुलिस को एक्शन मोड में आना पड़ा. पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया, जिसके बाद भीड़ तीतर-बितर हुई.
इस दौरान कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया. चार की गिरफ्तारी इस दौरान किए जाने वालों में करणी सेना के ऑल इंडिया प्रेसिडेंट सूरज पाल अमु, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बादल तंवर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मपाल राजपूत और प्रवक्ता मनीष सिंह राजपूत शामिल हैं. दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में इन सभी पर महामारी एक्ट और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है.
'आगे भी उठाएंगे आवाज'
करणी सेना के एक कार्यकर्ता ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि आगे फिर इस तरह का कैंडल मार्च निकालेंगे. इस बार बिना आदेश के इकट्ठा हो गए थे. इसलिए पुलिस ने यह कार्रवाई की, आगे आदेश लेकर आएंगे. लेकिन सुशांत सिंह राजपूत के लिए आवाज उठाते रहेंगे.