नई दिल्लीः द्वारका के डीसीपी शंकर चौधरी ने बताया कि सेंधमारी की वारदात आठ मार्च को पुलिस के सामने आई थी. सेक्टर 23 थाना इलाके के बामनोली गांव में एक घर का ताला तोड़कर वहां से लाखों का सामान चुरा लिया गया था. उस मामले में पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की. पता चला कि पीड़ित संजय कुमार के फ्लैट का ताला तोड़कर वहां से एसी, रेफ्रिजरेटर, कंप्यूटर आदि चुरा लिए गए हैं.
जांच में पता चला कि एक दिल्ली नंबर का एक ट्रक उसी फ्लैट के बाहर रात में नजर आया है. जिसका नंबर पुलिस को मिल गया. पुलिस ने ट्रक के नंबर पर जब छानबीन शुरू की तो पता चला कि वह महिपालपुर एक्सटेंशन के एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है. पुलिस टीम वहां पहुंची तो पता चला कि आफताब नाम का शख्स ट्रक बुक कराया था. उसने उत्तर प्रदेश के रहने वाले दानिश नाम के एक शख्स का आधार कार्ड दिया था. वहां से सामान को लखीमपुर खीरी शिफ्ट किया गया.
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पुलिस टीम ने जब ड्राइवर से पूछताछ की तो लखीमपुर खीरी के ठिकाने के बारे में पता चला. पुलिस जब उस जगह पहुंची तो वहां दुकान बंद थी. लोकल पुलिस की मदद से पता किया तो जानकारी मिली की वहां से दूसरे ट्रांसपोर्ट के जरिए आगरा गांव में सामान को ले जाया गया है. पुलिस टीम वहां लोकल इंटेलिजेंस की मदद से आखिरकार कई दिनों की मेहनत के बाद इस मामले को सुलझाने में कामयाब रही. गिरफ्तार आरोपी की पहचान आफताब अली और आदित्य कुमार सिंह के रूप में हुई है. दोनों उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी और दिल्ली के महिपालपुर इलाके के रहने वाले हैं.
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