नई दिल्ली : आईआईटी दिल्ली के 60 वर्ष पूरे होने के अवसर पर डायमंड जुबली मनाई गई. कोरोना संक्रमण के चलते यह कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, आईआईटी के निर्देशक वी. रामगोपाल राव और अन्य संकाय के पदाधिकारी मौजूद रहे.
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में आईआईटी दिल्ली को पथ प्रदर्शक बताया. उन्होंने कहा कि महामारी के इस समय में प्रधानमंत्री की आवाहन पर आईआईटी दिल्ली के नेतृत्व में महत्वपूर्ण शोध कार्य किए जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रकृति, तकनीक और संस्कृति के तालमेल से भविष्य को कैसे बेहतर बनाया जाए इस पर आगे शोध करने की आवश्यकता है.
आईआईटी दिल्ली के 60 वर्ष पूरे होने पर उपराष्ट्रपति ने दी बधाई
बता दें कि आईआईटी दिल्ली के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में ऑनलाइन डायमंड जुबली कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी संस्थान के लिए 60 वर्ष पूरे करना अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है.
इस दौरान उन्होंने आईआईटी दिल्ली की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि आईआईटी दिल्ली ने दुनिया भर में प्रतिष्ठा हासिल की है. इसका प्रमाण है कि केवल प्रौद्योगिक में ही नहीं बल्कि राजनीति, कला, संस्कृत, विज्ञान, लेखन सहित सभी क्षेत्रों में आईआईटी दिल्ली के छात्र अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं.
आपदा के समय में आईआईटी दिल्ली के कार्यों की सराहना की
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी में जब देश को जरूरत हुई तो आईआईटी दिल्ली ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए सीमित समय में टेस्टिंग किट, पीपीई किट, मास्क आदि बनाए. उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इसी तरह की आकस्मिक आपदा के लिए हमें तैयार रहने की जरूरत है.
इस दौरान उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया और कहा कि पर्यावरण में निरंतर बदलाव हो रहा है. ऐसे में सभी अनुसंधान और शोध पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर भी किए जाने चाहिए. उन्होंने अनुसंधान के द्वारा कृषि को और बेहतर बनाने की दिशा में भी शोध करने के लिए कहा है.
जरूरत के समय आईआईटी दिल्ली संभाली जिम्मेदारी
शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने आईआईटी दिल्ली के 60 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी. साथ ही उन्होंने कहा कि अब यह संस्थान एक ब्रांड बन चुका है जोकि कई छात्रों और लोगों के लिए आजीविका भी सृजन करता है. साथ ही कहा कि लगातार मिल रही सफलता से अब आईआईटी दिल्ली में निवेश भी बढ़ा है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि महामारी के समय में भी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आह्वान किया गया तो आईआईटी दिल्ली ने आगे आकर जिम्मेदारी संभाली. इसका नतीजा यह हुआ कि दुनिया को बहुत ही कम कीमत पर लाखों पीपीई किट बना कर दी. साथ ही उन्होंने कहा कि अभी आईआईटी दिल्ली को और कई मुकाम हासिल करने हैं और शोध की दिशा में इसी तरह आगे बढ़ते रहना है. इसके अलावा उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर देने के लिए कहा है.