नई दिल्ली : पश्चिम विहार के उद्योग नगर स्थित फैक्ट्री के अग्निकांड में मारे गए मजदूरों के मामले में फरार फैक्ट्री के मालिक पंकज गर्ग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. डीसीपी परविंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि की है. आरोपी दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में रहता है. घटना के दिन से ही वह फरार चल रहा था.
इससे पहले पंकज गर्ग की पत्नी सुरभी गर्ग को पुलिस ने द्वारका मोड़ के पास से गिरफ्तार किया था. उससे पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी कर पंकज गर्ग को गिरफ्तार किया है.
बता दें कि 21 जून को उद्योग नगर की फैक्ट्री में सुबह-सुबह आग लगी थी. जिसे बुझाने में दिन भर लग गए थे. इसमें छह मजदूर 21 तारीख से ही लापता थे. कई दिनों के बाद एक-एक करके 6 मजदूरों के बॉडी के अवशेष फैक्ट्री की बिल्डिंग से मिले. जिनमें शमशाद, सोनू, विक्रम, अभिषेक, अजय शुक्ला और नीरज शामिल थे. यह सभी अग्निकांड के दिन सुबह काम करने पहुंचे थे. हालांकि कई मजदूर वहां से आग लगते ही निकलकर भागने में कामयाब हो गए थे.
इस मामले में एनडीआरएफ की टीम एफएसएल की टीम ने काफी छानबीन की थी. वहीं, एमसीडी ने बिल्डिंग को डेंजर घोषित कर दिया था. काफी जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में कई धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तारी शुरू की थी.
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बता दें कि इससे पहले गोदाम की फॉरेंसिक जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में अब गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने बताया कि गोदाम के अंदर फॉरेंसिक जांच का काम पूरा हो चुका है, क्योंकि घटना के बाद गोदाम की इमारत पूरी तरह जर्जर हो चुकी थी और एमसीडी ने उसे खतरनाक घोषित कर दिया था. ऐसे में अब उसे गिराने का काम शुरू किया जा चुका है.
पुलिस ने कहा कि जहां तक मृतकों की पहचान का सवाल है, तो इसके लिए रोहिणी स्थित फॉरेंसिक लैब में उनके परिजनों के लिए डीएनए सैंपल लिए गए हैं. अब गोदाम के अंदर से मिले अवशेषों के डीएनए और परिजनों के डीएनए से मिलान करके यह पता लगाया जाएगा कि कौन से अवशेष किसके हैं. उसके बाद अवशेषों को परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा.