नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं, उसी तरह इलाज पर भी शंका के बादल मंडरा रहे हैं. एक तरफ सरकार कोरोना मरीजों के इलाज पर आने वाले बिल पर कैपिंग की बात कह रही है, तो वहीं सोशल मीडिया पर एक निजी अस्पताल का सर्कुलर वायरल हो रहा है, जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि मरीज इलाज के लिए चाहें कितने भी दिन भर्ती क्यों ना हो उसका न्यूनतम बिल 3 लाख रुपये होगा.
जनरल वॉर्ड में 40 हजार रुपये प्रतिदिन चार्ज
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा सर्कुलर बाहरी दिल्ली के एक निजी अस्पताल का बताया जा रहा है. बता दें कि ईटीवी भारत इस सर्कुलर की पुष्टि नहीं करता है. इस वायरल सर्कुलर के अनुसार अस्पताल के जनरल वॉर्ड में कोरोना के मरीजों के लिए बेड 40 हजार रुपए प्रति दिन के हिसाब से मिलेंगे, सिंगल रूम में ये खर्च 50 हजार रुपए प्रति दिन होगा और आईसीयू में 75 हजार रुपये प्रतिदिन.
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वहीं अगर मरीज को वेंटिलेटर की जरुरत हुई तो उन्हें प्रतिदिन एक लाख रूपये के हिसाब से खर्च करना पड़ेगा. वहीं मरीज चाहे किसी भी कैटेगरी में भर्ती हो या कितने भी दिन अस्पताल में रहे उसका न्यूनतम बिल तीन लाख रूपये ही होगा.
एडवांस में जमा करने होंगे 4 लाख
वायरल सर्कुलर के अनुसार बिल की ये राशि दिल्ली सरकार ने 24 मई के निर्णय के अनुसार तय की है. वहीं अस्पताल का ये भी कहना है कि जनरल वार्ड में एडमिशन से पहले ही मरीज को 4 लाख रुपए बतौर एडवांस जमा कराने होंगे.
जबकि सिंगल रूम के लिए ये राशि पांच लाख और आईसीयू के लिए 8 लाख रुपए तय की गई है. अस्पताल का ये भी कहना है कि अगर भर्ती मरीज को कोरोना के अलावा किसी अन्य स्पेशलिटी इलाज की जरुरत पड़ी तो उसका शुल्क सामान्य दर से दोगुना चार्ज किया जाएगा. हालांकि इसे लेकर अस्पताल की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है.