नई दिल्ली: टाटा पावर ने शनिवार को बताया कि उसने बोली प्रक्रिया के जरिये बीकानेर-नीमराना ट्रांसमिशन परियोजना का अधिग्रहण कर लिया है. बीकानेर-III नीमराना-II ट्रांसमिशन लिमिटेड परियोजना के लिए पीएफसी कंसल्टिंग द्वारा स्थापित एक विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) है. कंपनी के एक बयान में कहा गया है कि कंपनी ने भारत में नवीकरणीय ऊर्जा निकासी को बढ़ावा देने के लिए बीकानेर-नीमराना ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट का अधिग्रहण किया है.
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We are thrilled to announce that we have acquired the Bikaner-Neemrana Transmission Project.
— TataPower (@TataPower) December 2, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
This project entails the establishment of a ~340 kms transmission corridor from Bikaner-III pooling station to Neemrana II substation and enable evacuation of 7.7 GW of green power pic.twitter.com/TSLMIp3b70
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— TataPower (@TataPower) December 2, 2023
This project entails the establishment of a ~340 kms transmission corridor from Bikaner-III pooling station to Neemrana II substation and enable evacuation of 7.7 GW of green power pic.twitter.com/TSLMIp3b70We are thrilled to announce that we have acquired the Bikaner-Neemrana Transmission Project.
— TataPower (@TataPower) December 2, 2023
This project entails the establishment of a ~340 kms transmission corridor from Bikaner-III pooling station to Neemrana II substation and enable evacuation of 7.7 GW of green power pic.twitter.com/TSLMIp3b70
टाटा पावर को मिला प्रमाण पत्र
बिजली मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार, टैरिफ-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी) प्रक्रिया में एक सफल बोलीदाता के रूप में उभरने के बाद कंपनी को आशय पत्र (एलओआई) प्राप्त हुआ. यह परियोजना, जिसे बिल्ड-ओन-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओओटी) आधार पर विकसित किया जाएगा, राजस्थान में बीकानेर कॉम्प्लेक्स से 7.7 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा की निकासी को सक्षम बनाएगी.
35 सालों की अवधि तक ट्रांसमिशन परियोजना का रखरखाव
इस परियोजना में बीकानेर-III पूलिंग स्टेशन से नीमराणा II सबस्टेशन तक 340 किलोमीटर लंबे ट्रांसमिशन कॉरिडोर की स्थापना शामिल है. टाटा पावर 35 वर्षों की अवधि तक ट्रांसमिशन परियोजना का रखरखाव करेगी. इसकी अनुमानित लागत 1,544 करोड़ रुपये है और परियोजना एसपीवी के हस्तांतरण की तारीख से 24 महीने के भीतर चालू होने की उम्मीद है. टाटा पावर कंपनी लिमिटेड मुंबई में स्थित है. यह एक भारतीय विद्यूत कंपनी है. टाटा पावर टाटा ग्रुप का हिस्सा है. कंपनी कै मुख्य बिजनेस बिजली पैदा करना, संचारित करना और वितरित करना है.