नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने तीन दिवसीय समीक्षा के शुक्रवार को अपना बड़ा फैसला सुनाया है. आरबीआई की तरफ से साफ कहा गया है कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा. इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने कई और मुद्दों पर अपनी बात रखी है, जिसमें एक सबसे अहम माना जा रहा है. भारत में क्लाउड सुविधा स्थापित करना.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भारत में वित्तीय क्षेत्र के डेटा के भंडारण के लिए क्लाउड सुविधा स्थापित करने की योजना बना रहा है. डेवलपमेंटल और रेगुलेटरी नीतियों पर वक्तव्य के भाग के रूप में. आरबीआई ने 8 दिसंबर, 2023 को कहा कि बैंक और वित्तीय संस्थाएं डेटा की लगातार बढ़ती मात्रा बनाए रख रहे हैं. उनमें से कई इस उद्देश्य के लिए विभिन्न सार्वजनिक और निजी क्लाउड सुविधाओं का उपयोग कर रहे हैं.
क्लाउड सुविधा स्थापित करने पर चल रहा काम
रिजर्व बैंक भारत में वित्तीय क्षेत्र के लिए क्लाउड सुविधा स्थापित करने पर काम कर रहा है. प्रस्तावित सुविधा वित्तीय क्षेत्र के डेटा की सुरक्षा, अखंडता और गोपनीयता को बढ़ाएगी. इससे स्केलेबिलिटी और व्यापार निरंतरता को सुविधाजनक बनाने की भी उम्मीद है. क्लाउड सुविधा की स्थापना और शुरुआत में आरबीआई की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी और संबद्ध सेवा (आईएफटीएएस) द्वारा संचालन किया जाएगा. क्लाउड सुविधा को वित्तीय क्षेत्र के प्रतिभागियों के स्वामित्व वाली एक अलग इकाई में स्थानांतरित कर दिया जाएगा. इस क्लाउड सुविधा को मध्यम अवधि में कैलिब्रेटेड तरीके से शुरू करने का इरादा है.