नई दिल्ली : वेब होस्टिंग प्लेटफॉर्म गोडैडी ने खुलासा किया है कि साइबर अपराधियों ने उनके सिस्टम तक पहुंच बना ली है. उनके नेटवर्क पर मालवेयर इंस्टॉल कर दिया है और उनके सोर्स कोड के कुछ हिस्सों को चुरा लिया है. कंपनी ने कहा कि वह इस मुद्दे की और जांच करने के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट्स के अलावा दुनिया भर में कई कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ काम कर रही है. कंपनी ने एक बयान में कहा, हमारे पास सबूत हैं और कानून प्रवर्तन ने पुष्टि की है कि इस घटना को गोडैडी जैसी होस्टिंग सर्विस को टारगेट करने वाले एक जटिल और संगठित समूह द्वारा अंजाम दिया गया.
GoDaddy 2020 में भी हुआ था हैक : हैकर्स का टारगेट वेबसाइटों और सर्वरों को फिशिंग कैपेंन, मालवेयर वितरण और अन्य दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों के लिए मालवेयर से जोड़ना था. गो डैडी ने यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) फाइलिंग में खुलासा किया कि उनका मानना है कि हैकर्स वही ग्रुप है जो उसने मार्च 2020 में कंपनी के नेटवर्क के अंदर पाए थे. दिसंबर 2022 में भी ऐसा ही मामला सामने आया था, इसका पता तब चला, जब गोडैडी को अपनी वेबसाइटों को रुक-रुक कर रीडायरेक्ट करने के बारे में कस्टमर्स से शिकायतें मिलनी शुरू हुईं.
गोडैडी ने यूजर्स को चेताया : कंपनी ने तुरंत स्थिति को सुधारा और भविष्य के ऐसे मामलों को रोकने के प्रयास में सुरक्षा उपायों को लागू किया. कंपनी ने कहा, हम इस घटना से मिले सबक का उपयोग अपने सिस्टम की सुरक्षा बढ़ाने और अपने कस्टमर और उनके डेटा की सुरक्षा के लिए कर रहे हैं. नवंबर 2021 में, ग्लोबल वेब होस्टिंग प्लेटफॉर्म गोडैडी ने खुलासा किया कि उसके लगभग 1.2 मिलियन वर्डप्रेस कस्टमर्स की संवेदनशील जानकारी से समझौता किया गया था. गोडैडी ने यूजर्स को चेतावनी दी थी कि यह जोखिम यूजर्स को फिशिंग हमलों के अधिक जोखिम में डाल सकता है.
(आईएएनएस)
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