मुंबई: भारत में लगातार निवेशकों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली है. बाजार में लगातार बढ़ रही तेजी और मिले अच्छे रिटर्न के कारण देशभर में डीमैट अकाउंट की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली है. देशभर में अक्टूबर महीने में डीमैट अकाउंट ओपन करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. अक्टूबर महीने में 13.22 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डीमैट खाते खोले गए है. यह आंकड़ा पिछले 11 महीने में सबसे ज्यादा है. इनमें से सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज में लगभग 9.85 करोड़ और नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी में 3.38 करोड़ से भी ज्यादा खाते है. यह आंकड़ा एक साल के मुकाबले में लगभग 2.79 करोड़ बढ़ गए है.
मार्च से ही बाजार में उछाल
बाजार में मार्च महीने के बाद काफी तेजी देखने को मिली है. अब तक मिडकैप शेयरों ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है. इस साल मिडकैप और स्मॉलकैप बेहतर रिटर्न देने के मामले में आगे रहे है. सबसे ज्यादा निवेशक मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में पैसा लगाना सेफ मानते है. मार्केट में लगातार तेजी देखने को मिल रही है, जिससे अभी डीमैट अकाउंट की संख्या में और भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. डीमैट अकाउंट संख्या बढ़ने का सीधा सा मतलब है कि मार्केट में तेजी जारी है.
डीमैट अकाउंट क्या है?
मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के नियमों के मुताबिक अगर आप शेयर बाजार में स्टॉक को खरीदना या बेचना चाहते है तो आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी होता है. डीमैट अकाउंट बैंक खाते की तरह ही होता है, जहां लोग अपने शेयर और अन्य सूचनाओं को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रख सकते है. डीमैट अकाउंट का मतलब होता है डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट.