नई दिल्ली : इस साल की शुरुआत में जारी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप के शेयर गिरने लगे थे. लेकिन अब लगता है कि समूह पर Hindenburg Report का असर कम हो रहा है. सोमवार को अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) के तीमाही नतीजे जारी हुए. जिससे यह पता चलता है कि एटीएल का नेट प्रॉफिट 2022-23 की मार्च तिमाही के दौरान 85.48 फीसदी बढ़कर 439.60 करोड़ रुपये हो गया. Adani Group कंपनी का नाम बदलने पर भी विचार कर रही है.
अडाणी ट्रांसमिशन का बदल सकता है नाम : इसके साथ ही कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया है कि अडाणी ट्रांसमिशन का नाम बदला जा सकता है. नया नाम Adani Energy Solution हो सकता है. बता दें कि इस नए नाम के लिए Adani Transmission कंपनी के बोर्ड की ओर से हामी भर दी गई है. सदस्यों ने नए नाम के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है.
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि उसने 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान 237 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था. समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की कुल आय सालाना आधार पर 3,165.35 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,494.84 करोड़ रुपये हो गई. पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ATL का नेट प्रॉफिट बढ़कर 1,280.60 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1,235.75 करोड़ रुपये था.
ये भी पढ़े |
इस दौरान कंपनी की कुल आय 13,840.46 करोड़ रुपये रही, जो 2021-22 में 11,861.47 करोड़ रुपये थी. एक अन्य बयान में अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी (Adani Group Chairman Gautam Adani) ने कहा 'हम पारेषण और वितरण क्षेत्र में अग्रणी हैं. कंपनी ने दक्षता, प्रदर्शन और परिसंपत्ति विकास में लगातार नए मानक स्थापित किए हैं. अडाणी ट्रांसमिशन तेज वृद्धि के लिए अच्छी स्थिति में है.'
(भाषा के साथ एकस्ट्रा इनपुट)