नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि हाल में एक आरटीआई के जवाब में रिजर्व बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक धोखाधड़ी के आंकड़े, उनकी रपट लिखाए जाने के वर्ष के हैं. यह उनके घटित होने के वर्ष के नहीं हैं.
रिजर्व बैंक ने जानकारी दी थी कि 2018-19 में 6,800 बैंक धोखाधड़ी मामलों की रपट की गयी. यह मामले कुल 71,500 करोड़ रुपये के हैं.
ये भी पढ़ें- आईजीएसटी क्रेडिट का लाभ उसी वित्त वर्ष में नहीं लेने पर भी खत्म नहीं होगा क्रेडिट: वित्त मंत्रालय
वित्त वर्ष 2017-18 में कुल 5,916 बैंक धोखाधड़ी के मामले सामने आये थे जिनका कुल मूल्य 41,167.03 करोड़ रुपये था.
मंत्रालय ने एक बयान में स्पष्ट किया कि यह मामले इन वर्षों में सामने आए यह उनके घटित होने का वर्ष नहीं है.
बैंक धोखाधड़ी पर आरबीआई के आंकड़े रिपोर्ट किए जाने वाले वर्ष के हैं: वित्त मंत्रालय
रिजर्व बैंक ने जानकारी दी थी कि 2018-19 में 6,800 बैंक धोखाधड़ी मामलों की रपट की गयी. यह मामले कुल 71,500 करोड़ रुपये के हैं.
नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि हाल में एक आरटीआई के जवाब में रिजर्व बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक धोखाधड़ी के आंकड़े, उनकी रपट लिखाए जाने के वर्ष के हैं. यह उनके घटित होने के वर्ष के नहीं हैं.
रिजर्व बैंक ने जानकारी दी थी कि 2018-19 में 6,800 बैंक धोखाधड़ी मामलों की रपट की गयी. यह मामले कुल 71,500 करोड़ रुपये के हैं.
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वित्त वर्ष 2017-18 में कुल 5,916 बैंक धोखाधड़ी के मामले सामने आये थे जिनका कुल मूल्य 41,167.03 करोड़ रुपये था.
मंत्रालय ने एक बयान में स्पष्ट किया कि यह मामले इन वर्षों में सामने आए यह उनके घटित होने का वर्ष नहीं है.
बैंक धोखाधड़ी पर आरबीआई के आंकड़े रिपोर्ट किए जाने वाले वर्ष के हैं: वित्त मंत्रालय
नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि हाल में एक आरटीआई के जवाब में रिजर्व बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक धोखाधड़ी के आंकड़े, उनकी रपट लिखाए जाने के वर्ष के हैं. यह उनके घटित होने के वर्ष के नहीं हैं.
रिजर्व बैंक ने जानकारी दी थी कि 2018-19 में 6,800 बैंक धोखाधड़ी मामलों की रपट की गयी. यह मामले कुल 71,500 करोड़ रुपये के हैं.
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मंत्रालय ने एक बयान में स्पष्ट किया कि यह मामले इन वर्षों में सामने आए यह उनके घटित होने का वर्ष नहीं है.
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