नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत माइक्रो इंडस्ट्रीज को दिया जाने वाला कर्ज चालू वित्त वर्ष में तीन लाख करोड़ को पार कर सकता है. यह जानकारी गुरुवार को वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ सूत्र ने दी.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, योजना के तहत पिछले वित्त वर्ष में 22 मार्च 2019 तक 541.27 लाख लोगों को 2.82 लाख करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया.
ये भी पढ़ें- रिजर्व बैंक ने आईएल एंड एफएस को लेकर बैंकों को जारी परपित्र वापस लिया
इस योजना के तहत औपचारिक बैंकिंग क्रेडिट चैनलों के माध्यम से मुख्य रूप से जमीनी स्तर पर रोजगार सृजन के लिए कर्ज प्रदान किया जाता है.
पीएमएमवाई के तहत अधिकतम कर्ज 10 लाख रुपये तक दिया जाता है और 50,000 रुपये तक के कर्ज को शिशु श्रेणी में रखा गया है. इसके बाद 50,001 रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक के कर्ज को किशोर की श्रेणी में और पांच लाख एक रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक के कर्ज को तरुण की श्रेणी में रखा गया है.
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मंजूर किए गए कुल कर्ज में 46 फीसदी शिशु श्रेणी के लिए, 32 फीसदी किशोर और 22 फीसदी तरुण श्रेणी के लिए प्रदान किया गया है.