पेरिस: फिएट क्राइसलर ने फ्रांस की वाहन निर्माता कंपनी रेनो के साथ विलय का सोमवार को प्रस्ताव दिया. इस प्रस्ताव का लक्ष्य दोनों कंपनियों के लिये अरबों डॉलर की बचत करना है. फिएट क्राइसलर ने बयान में कहा कि विलय के बाद बनने वाली कंपनी विश्व की तीसरी सबसे बड़ी वाहन कंपनी होगी.
इसमें फिएट क्राइसलर और रेनो के शेयरधारकों की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. दोनों कंपनियां इस बारे में कई सप्ताह से बातचीत कर रही थीं. रेनो का निदेशक मंडल विलय पर चर्चा के लिये सोमवार को पेरिस से बाहर विशेष बैठक कर रहा है.
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कंपनी बैठक के संपन्न होने तक इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करेगी. हालांकि यह अब तक स्पष्ट नहीं है कि जापान की कंपनी निसान और मित्शुबिशी के साथ रेनो के मौजूदा गठजोड़ का क्या होने वाला है.
बयान में कहा गया कि संयुक्त कंपनी सालाना 87 लाख वाहनों का उत्पादन करेगी और शोध साझा करने से दोनों कंपनियों को पांच अरब यूरो की बचत होगी. इस सौदे के कारण दोनों कंपनियों का कोई भी संयंत्र बंद नहीं होगा। हालांकि, कर्मचारियों की छंटनी के बारे में बयान में कुछ नहीं कहा गया.