पेरिस : विश्वभर में तेल और गैस पाइपलाइन निर्माण की दर पिछले दो दशक से भी कम समय में तीन गुनी हो गई है, जिससे अवसंरचना में कई अरब डॉलर की वृद्धि हुई है. विशेषज्ञों ने गुरुवार को आगाह किया कि इससे ग्लोबल वार्मिंग से निपट पाने की उम्मीद खत्म हो सकती है.
अपनी तरह के पहले विश्वव्यापी सर्वेक्षण में, ग्लोबल फॉसिल इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रैकर ने एक संभावित निवेशक बबल की पहचान की, जिससे अक्षय ऊर्जा की कीमतों में भारी गिरावट हो सकती है और जलवायु से संबंधित नियमों की अवहेलना शुरू हो सकती है.
जीवाश्म ईंधन के उद्योग की निगरानी करने वालों के एक नेटवर्क ग्लोबल एनर्जी मॉनिटर के कार्यकारी निदेशक टेड नेस ने कहा, "हर कोई जानता है कि उत्तरी अमेरिका में इस दिशा में काफी उछाल आया है, लेकिन वे इससे जुड़े बुनियादी ढांचे पर ध्यान नहीं देते."
ये भी पढ़ें : भारत में 65 फीसदी कारोबारियों ने किया ऑनलाइन धोखाधड़ी में वृद्धि का अनुभव